Home / Odisha / केंद्रापड़ा में ईवीएम लेने आये वाहन में ईवीएम दिखी

केंद्रापड़ा में ईवीएम लेने आये वाहन में ईवीएम दिखी

  • आक्रोशित लोगों ने देर रात तक किया विरोध प्रदर्शन

  • अरगल पंचायत में ईवीएम के दुरुपयोग को लेकर तनाव

केंद्रापड़ा। जिले के आउल के अरगल पंचायत में शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के दुरुपयोग को लेकर तनाव का माहौल बन गया। यह घटना तब शुरू हुई, जब स्थानीय लोगों ने देखा कि बूथ नंबर 51 पर मतदान पूरा होने के बाद ईवीएम मशीनों को लेने आये एक वाहन में ईवीएम मशीन रखी हुई है।

स्थानीय लोगों ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए वाहन और उसके चालक को रोका, जिससे पंचायत में अशांति फैल गई। गुस्साए स्थानीय लोगों ने देर रात तक वाहन को रोके रखा और ईवीएम की उपस्थिति पर सवाल उठाए। इस कारण मतदान दल को लंबे समय तक बूथ पर बंधक बनाकर रखा गया और वे वापस नहीं लौट सके।

बाद में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और उचित चर्चा के बाद मतदान दल ईवीएम के साथ वापस लौट सका।

धर्मशाला में ईवीएम को ब्लॉक कार्यालय ले गये

इसी तरह से धर्मशाला, जाजपुर जिले में भी एक सड़क अवरोध की घटना सामने आई। यहां ईवीएम को कथित रूप से स्ट्रॉन्ग रूम में नहीं रखा गया था।

बताया जाता है कि कुछ ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम की बजाय ब्लॉक कार्यालय ले जाया गया। इससे गुस्साए कई स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चुनाव ड्यूटी में लगे वाहनों के सामने प्रदर्शन किया।

हालांकि जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ये ईवीएम मतदान के लिए उपयोग नहीं किए गए थे, बल्कि ये रिजर्व ईवीएम थे, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका।

बड़चना में गड़बड़ी की शियाकत

एक अन्य घटनाक्रम में, बड़चना क्षेत्र से जाजपुर टाउन जा रहे चुनाव ड्यूटी अधिकारियों और ईवीएम को ले जा रहा एक वाहन जराका के पास एक होटल के निकट रुका। इस दौरान कुछ गड़बड़ी का संदेह होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अधिकारियों को घेर लिया।

इससे मौके पर तनाव बना रहा, क्योंकि अधिकारी अपने रूकने का संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इस बीच घटना की जानकारी पाते ही कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे, तब स्थिति नियंत्रण में आयी और ईवीएम को पुलिस सुरक्षा के लिए जाजपुर टाउन ले जाया गया।

उल्लेखनीय है कि चौथे चरण के मतदान के बाद कई जगहों पर ईवीएम को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन ने स्थानीय लोगों में ईवीएम की सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

Share this news

About desk

Check Also

ओडिशा सरकार दो वर्षों में 75,000 नौकरियां सृजित करेगी : मुख्यमंत्री

शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में सुधार पर दिया जा रहा जोर भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *