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तत्काल और प्रभावी सहायता देने के लिए भारतीय नौसेना ने संभाली कमान
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया है। आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप तथा बांग्लादेश के खेपुपड़ा के बीच समुद्र तट से टकराने के बाद महाचक्रवात रेमल की रची गयी विनाश लीला से जनजीवन प्रभावित होगी।
इस बीच बंगाल की खाड़ी में इस मानसून सीजन के पहले चक्रवाती तूफान के मची तबाही से मुकाबला करने के लिए भारतीय नौसेना व्यापक रूप तैयार है। नौसेना ने त्वरित प्रतिक्रिया के लिए अपने दो जहाजों के साथ कई तरह के हेलीकॉप्टरों को स्टैंडबाय पर रखा है।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया है। रेमल भयंकर चक्रवात में तब्दील होने के बाद पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपड़ा के बीच दस्तक देगा।
चक्रवात की चेतावनी के कारण सियालदह और दक्षिण 24 परगना के नामखाना, काकद्वीप, सियालदह-उत्तर 24 परगना के हसनाबाद के बीच कई स्थानीय उपनगरीय ट्रेन सेवाएं रविवार आधी रात से सोमवार की सुबह के बीच रद्द कर दी गई हैं।
भारतीय नौसेना ने चक्रवात ‘रेमल’ से मुकाबला करने को मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए प्रारंभिक कार्रवाई शुरू कर दी है। नौसेना मुख्यालय में स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। साथ ही पूर्वी नौसेना कमान मुख्यालय ने व्यापक तैयारी की है। भारतीय नौसेना ने चक्रवात से प्रभावित होने वाले लोगों की सुरक्षा और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए चिकित्सा आपूर्ति से लैस दो जहाजों को तैनात किया है। इसके अलावा भारतीय नौसेना के सी किंग और चेतक हेलीकॉप्टर के साथ-साथ डोर्नियर विमानों को त्वरित प्रतिक्रिया के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है।
विशेष गोताखोर दल तैनात
कोलकाता में विशेष गोताखोर दल को उपकरणों के साथ तैनात किया गया है, ताकि तत्काल सहायता प्रदान की जा सके। इसके अलावा विशाखापट्टनम में आवश्यक उपकरणों के साथ गोताखोर दल स्टैंडबाय पर हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित तैनाती की जा सके।
बचाव और चिकित्सा आपूर्ति दल को भी तैनात
कोलकाता में बाढ़ राहत दल के साथ-साथ राहत एवं बचाव और चिकित्सा आपूर्ति दल को भी तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा नौसेना ने आईएनएस विशाखापत्तनम और आईएनएस चिल्का जहाजों को तैनात किया है, जिन पर दो-दो बाढ़ राहत दलों को अल्प सूचना पर तैनाती के लिए तैयार रखा गया है।
ओडिशा में एसआरसी ने की समीक्षा
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने भी गंभीर चक्रवाती तूफान को लेकर आज मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा के कलेक्टरों के साथ स्थिति की समीक्षा की। इन जिलों में सुबह से ही बारिश हो रही है। उपरोक्त जिलों के कलेक्टरों को स्थिति उत्पन्न होने पर ओड्राफ और अग्निशमन सेवाओं का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।