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26 मई की मध्यरात्रि रचेगा विनाशलीला
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हवा के झोंके की गति होगी 135 किलोमीटर प्रति घंटा
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बनने वाला भीषण चक्रवाती तूफान रेमल 26 मई की मध्यरात्रि को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और खेपुपड़ा के बीच लैंडफॉल कर सकता है। इस दौरान हवा की गति 135 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी।
यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान रेमल के कारण ओडिशा के चार जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
इसके रविवार की आधी रात तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में सागर द्वीप और खेपुपड़ा के बीच तटों को पार करने की संभावना है।
रविवार को ओडिशा में बहुत भारी बारिश
चक्रवाती तूफान के प्रभाव से रविवार को ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश (115.5-204.4 मिमी) होने की संभावना है।
भीषण चक्रवात के प्रभाव में रविवार सुबह तक बालेश्वर, भद्रक, जगतसिंहपुर और केंद्रापड़ा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश (7 से 20 सेमी) होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बारिश के लिए पीली चेतावनी जारी की है।
समुद्र की स्थिति बहुत खराब
चक्रवात के कारण समुद्र की स्थिति बहुत खराब से बहुत खराब बनी हुई है। यह मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर ऊंचा हो जाएगा। यह 27 मई की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर उच्च से बहुत अधिक ऊंचाई पर रहेगा। इस अवधि के दौरान मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति भी खराब से बहुत खराब होने की संभावना है।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
आईएमडी ने मछुआरों को दक्षिण बंगाल की खाड़ी में न जाने और गहरे समुद्र में रहने वाले मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी है। इसने ओडिशा के सभी बंदरगाहों पर दूर का चेतावनी संकेत फहराने की भी सलाह दी है।
ओडिशा के कई जिले अलर्ट पर
चक्रवाती तूफान को देखते हुए विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने कई जिलों को सतर्क रहने की सलाह जारी की है। बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा और जगतसिंहपुर के कलेक्टरों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने लिए कहा गया है।