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भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के आधार पर ओडिशा में बनेगी सरकार – अमित शाह

  • ओडिशा के संबलपुर, केन्दुझर, ढेंकनाल और पुरी में किया चुनावी प्रचार

  • कहा-उत्कल भूमि पर शासन कोई बाबू नहीं उत्कल भूमि की संतान ही करेगी, जो ओड़िया भाषा में बात कर सके

भुवनेश्वर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने आज मंगलवार को ओडिशा के संबलपुर, केंदुझर, ढेंकनाल और पुरी जिले में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए बीजेडी की सरकार पर ओड़िया भाषा और संस्कृति को महत्व न देने को लेकर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 25 साल के बाद ओडिशा की भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के आधार पर ओडिशा में सरकार बनने जा रही है। मैं जहां भी जाता हूं लोग कहते हैं कि हमारे सांसद को मंत्री बना देना, लेकिन संबलपुर की जनता को आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने बना बनाया मंत्री प्रत्याशी के रुप में दे दिया है। पूरे देश में 5 चरणों के चुनाव पूरे हो चुके हैं और 5 ही चरणों में श्री नरेन्द्र मोदी जी 310 सीटें पार कर गए हैं, छठा और सातवां चरण 400 पार करने के लिए है। देशभर के लिए सिर्फ 400 पार का लक्ष्य है, लेकिन ओडिशा की जनता को विधानसभा में भी 75 से अधिक सीटों पर भाजपा को विजयी बनाकर कमल खिलाना है। यह चुनाव एक ओर देश को सुरक्षित, समृद्ध करने और आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का चुनाव है, वहीं दूसरी ओर ओडिशा को समृद्ध प्रदेश बनाने का चुनाव है। उड़िया भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के सम्मान को पुनर्स्थापित करने का चुनाव है। महाप्रभु जगन्नाथ की परंपराओं को जीवित करने व सम्मान देने का चुनाव है।

मोदी ने हमेशा उड़िया भाषा और संस्कृति का गौरव बनाए रखा

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने हमेशा उड़िया भाषा और संस्कृति का गौरव बनाए रखा है। प्रधानमंत्री जी ने ओडिशा के गरीब आदिवासी घर की बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाकर समग्र ओडिशा का सम्मान करने का कार्य किया है। पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया था और आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भगवान बिरसा मुंडा जी के जन्मदिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया।

 मोदी ने आदिवासी कल्याण बजट बढ़ाया

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में केन्द्र का आदिवासी कल्याण बजट सिर्फ 85 हजार करोड़ रुपए था लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इसे बढ़ाकर 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपए किया है। प्रधानमंत्री जी ने आदिवासी बच्चों के लिए 740 एकलव्य विद्यालय बनाए और 40 हजार आदिवासी शिक्षकों की भर्ती की। प्रधानमंत्री जी ने सिकल सेल एनीमिया समाप्त करने के लिए मिशन शुरू किया है ताकि 10 वर्षों बाद एक भी आदिवासी बच्चे को सिकल सेल न हो। आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड की रचना की और 85 हजार करोड़ रुपए आदिवासी क्षेत्र के विकास के लिए दिए हैं। दिल्ली में आयोजित जी-20 में विश्व भर से आए नेताओं के लिए सजाए गए स्वागत स्थान पर ओडिशा के कोणार्क के सूर्य मंदिर की तस्वीर लगाकर ओडिशा को पूरी दुनिया में प्रसिद्ध करने का कार्य यशस्वी श्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। ओडिशा की सरकार महान पाइका विद्रोह को भुलाने का कार्य कर रही है जबकि प्रधानमंत्री जी ने पाइका संग्राम के लिए सिक्का और डाक टिकेट जारी किया है। नवीन बाबू ओडिशा पर बाबूशाही थोप रहे हैं और ओडिशा की जनता, संस्कृति और अस्मिता का अपमान कर रहे हैं। इस महान उत्कल प्रदेश पर कोई तमिलबाबू शासन नहीं कर सकता, ओडिशा पर शासन ओडिशा का पुत्र ही करेगा जो उड़िया भाषा में बात कर सके और महाप्रभु जगन्नाथ की परंपराओं को आगे बढ़ाएगा। बीजेडी सरकार आस्था और श्रद्धा के केंद्र जगन्नाथ मंदिर को पर्यटन स्थल बनाने के नाम पर उसका अपमान कर रही है, मठ मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार नहीं खोले जाते और रथ यात्रा को भी बंद करने की पूरी साजिश की गई थी। ओडिशा देश भर में सबसे समृद्ध राज्य है लेकिन इसके बावजूद सबसे गरीब जनता इसी प्रदेश की है। खनिज संपदा से भरी उत्कल भूमि को नवीन जी के ‘बाबू’ लूटने का कार्य कर रहे हैं। भाजपा ऐसा ओडिशा बनाना चाहती है, जहां के एक भी युवा को अपनी पत्नी और बूढ़े मां-बाप छोड़कर किसी और राज्य में मजदूरी करने न जाना पड़े, उसे अपने प्रदेश में ही काम मिल जाए।

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