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टिकट न मिलने से नाराज थे निमापड़ा विधायक व जनशिक्षा मंत्री
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भाजपा में शामिल होकर भाजपा की जताई बड़ी जीत की उम्मीद
भुवनेश्वर। ओडिशा में दूसरे चरण के मतदान से पूर्व बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद निमापड़ा विधायक तथा मौजूदा जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश भुवनेश्वर में एक विशेष समारोह में भाजपा में शामिल हो गये। बताया जा रहा है कि दाश बीजद द्वारा 2024 चुनावों के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र से टिकट न मिलने के कारण नाराज थे।
पार्टी से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह करने के बावजूद दाश को टिकट नहीं दिया गया, जिससे उनके समर्थकों में असंतोष फैल गया।
एक वीडियो बयान में दाश ने बीजद छोड़ने के अपने फैसले के बारे में बताया था और कहा कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि पार्टी के नेताओं ने उन पर और गोप ब्लॉक में संगठन पर से विश्वास खो दिया था।
भाजपा में शामिल होने से पहले दाश ने कहा कि जब नेताओं का आप पर विश्वास नहीं हो, तो बीजद में रहना और काम करना मेरे लिए संभव नहीं था। अब जब मैंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। मैं आत्मविश्वास से कह सकता हूं कि भाजपा निमापड़ा में बड़ी जीत हासिल करेगी।
दाश ने आगे कहा कि उनका रोजमर्रा का काम लगभग 18 घंटे लोगों के साथ काम करने और जिले में कई आंदोलनों और कार्यक्रमों में भाग लेने का रहा है।
मैं समर्पित रूप से काम करता रहूंगा
उन्होंने कहा कि मैं समर्पित रूप से काम कर रहा हूं और लोगों की सेवा करता रहूंगा। केवल निमापड़ा ही नहीं, जगतसिंहपुर जिले के कुछ हिस्से भी मेरे इस निर्णय से प्रभावित होंगे। भाजपा के उम्मीदवार, जिसमें प्रभाती परिडा भी शामिल हैं, निश्चित रूप से अच्छे अंतर से जीतेंगे।
भाजपा में शामिल होने से पहले उन्होंने बीजू जनता दल को बड़ा झटका देते हुए अपना त्यागपत्र पार्टी के मुखिया तथा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भेज दिया था।
लगातार तीन बार विधायक
उल्लेखनीय है कि दाश निमापड़ा से लगातार तीन बार विधायक रहे हैं। 2009, 2014 व 2019 में वह लगातार इस सीट से विजयी हुए थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया था। इसके बाद भी उन्होंने अपना शक्ति प्रदर्शन किया था तथा पार्टी के मुखिया से टिकट न देने संबंधी निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए अनुरोध किया था।