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अखिल भारतीय अघरिया महासमाज के सदस्यों ने साधा निशाना
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कहा-पटिया में जमीन और तीन करोड़ का अनुदान देने वादा करके भूल गये
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मुख्यमंत्री से नहीं मिलने देते हैं पांडियन – दिलीप पटेल
भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा के लिए 13 मई को होने वाले पहले चरण के मतदान से ठीक पहले अखिल भारतीय अघरिया महासमाज ने बीजद नेता और 5-टी के अध्यक्ष वीके पांडियन के साथ-साथ पार्टी के संगठनात्मक सचिव प्रणव प्रकाश दास के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगाया है।
अखिल भारतीय अघरिया महासमाज के सदस्यों ने आरोप लगाया कि प्रणव ने झारसुगुड़ा उपचुनाव के समय संघ के सदस्यों के साथ चर्चा शुरू की थी और उन्हें भुवनेश्वर या पुरी में उनके लिए ‘अघरिया भवन’ के निर्माण का आश्वासन दिया था।
उनके आरोपों के अनुसार, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी उन्हें पटिया में आधा एकड़ जमीन और इस उद्देश्य के लिए 3 करोड़ रुपये का अनुदान देने की घोषणा की थी, लेकिन एसोसिएशन के सदस्यों का आरोप है कि चुनाव खत्म होते ही वादा भुला दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन और अनुदान बाद में किसी अन्य संगठन को प्रदान कर दिया गया।
सोसाइटी के सदस्यों ने आगे आरोप लगाया कि आईएएस से नेता बने वीके पांडियन कई अनुरोधों के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दे रहे हैं। इसके जवाब में सोसाइटी ने हाईकोर्ट का रुख किया है।
अखिल भारतीय अघरिया महासमाज के अध्यक्ष दिलीप पटेल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ने हमें आधा एकड़ जमीन और 3 करोड़ रुपये का अनुदान देने की घोषणा की थी। इसे भुवनेश्वर में अग्रगामी नामक एक अन्य स्थानीय संगठन को प्रदान किया गया है, जो अघरिया जाति की संस्कृति को स्वीकार नहीं करता है। यद्यपि हम अपनी मांग के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराने के लिए भुवनेश्वर गए थे, लेकिन वीके पांडियन ने हमें सीएम से मिलने की अनुमति नहीं दी।
अखिल भारतीय अघरिया महासमाज के सचिव सुशांत पटेल ने अफसोस जताया कि हमने सरकार को अघरिया भवन के निर्माण के लिए भुवनेश्वर में जमीन का एक टुकड़ा और कुछ अनुदान प्रदान करने के लिए एक ज्ञापन दिया था। झारसुगुड़ा उपचुनाव के समय बीजद के सांगठनिक सचिव प्रणव प्रकाश दास ने हमें इस संबंध में चर्चा के लिए बुलाया था। मुख्यमंत्री ने इस उद्देश्य के लिए हमें भुवनेश्वर में आधा एकड़ जमीन और 3 करोड़ रुपये का अनुदान देने की भी घोषणा की थी, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। इधर, इन आरोपों पर पांडियन, दास या ओडिशा के सीएम की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी थी।