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बीजद में फूटने लगे बगावत के सुर

  • संबलपुर की पूर्व विधायक और हिंदोल की मौजूदा विधायक ने पार्टी छोड़ी

  • बड़चणा विधानसभा में डैमेज कंट्रोल में जुटी पार्टी

  • बीजद मुख्यालय शंख भवन में हुई बैठक

भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव को लेकर टिकट काटे जाने के बाद राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) में बगावत के सुर फूटने लगे हैं। उम्मीदवारों के साथ-साथ क्षेत्र की समर्थकों का आक्रोश फूट कर सामने आने लगा है।

हालात यह हो गये हैं पार्टी के निर्णय से नाराज होकर हिंदोल की मौजूदा विधायक तथा संबलपुर की पूर्व विधायक ने बीजद से इस्तीफा दे दिया है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुए हैं, जब पार्टी बड़चणा में समर्थकों के आक्रोश को देखते हुए बीजद डैमेज कंट्रोल में जुटी थी।

रोहित पुजारी को लेकर रासेश्वरी पाणिग्राही

संबलपुर की पूर्व विधायक रासेश्वरी पाणिग्राही ने मंगलवार को सत्तारूढ़ दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजू जनता दल (बीजद) से नाता तोड़ लिया। रासेश्वरी ने आज बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक को अपना इस्तीफा भेज दिया। बीजद द्वारा रोहित पुजारी को संबलपुर से पार्टी का उम्मीदवार घोषित करने के बाद यह घटनाक्रम सामने आया।

उन्होंने इस्तीफे में लिखा है कि मैं 23 अप्रैल 2024 की दोपहर को बीजू जनता दल (बीजद) की प्राथमिक सदस्यता और मुझे सौंपे गए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं। यह आपकी जानकारी और आवश्यक कार्रवाई के लिए है।

बाद में रासेश्वरी ने कहा कि उन्होंने संबलपुर के गौरव और स्वाभिमान के लिए बीजद छोड़ दिया।

संबलपुर के स्वाभिमान के लिए पार्टी छोड़ी

उन्होंने कहा कि मैंने संबलपुर के गौरव और स्वाभिमान के लिए बीजद की प्राथमिक सदस्यता और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। आपके सहयोग से 2014 से 2019 तक मेरे विधायक कार्यकाल के दौरान कई विकास कार्य किए गए। हालांकि मैं अगले कार्यकाल में विधायक नहीं थी, लेकिन मैं सभी प्रकार के विकास कार्यों और पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों में शामिल थी। हालांकि, पार्टी द्वारा लिया गया निर्णय संबलपुर का अपमान है।

पुजारी को टिकट संबलपुर का अपमान

उन्होंने कहा कि एक ऐसे व्यक्ति को संबलपुर से टिकट दिया गया है, जिसे पहले अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के कारण बाहर कर दिया गया था। यह संबलपुर के लोगों का अपमान है। संबलपुर पश्चिमी ओडिशा का केंद्र है। यह ओडिशा की दूसरी राजधानी की तरह है। उन्होंने ऐसे व्यक्ति को संबलपुर से उम्मीदवारी दे दी है जिसे उन्होंने पहले ‘नालायक’ करार दिया था। क्या संबलपुर में हमारे पास नेता नहीं थे? हम अन्य स्थानों से नेताओं को यहां क्यों ला रहे हैं? संबलपुर का गौरव और स्वाभिमान दांव पर है। इसलिए मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है। मैं अब से किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधियां नहीं करूंगी और अपना सामाजिक कार्य जारी रखूंगी।

मेहनत हुई अनदेखी – सिमरानी नायक

हिंदोल विधायक सिमरानी नायक ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री और बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक को भेजा है। बीजद ने हिंदोल सीट से 2024 विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महेश साहू को अपना उम्मीदवार चुना है।

नायक ने इस पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जिम्मेदार हैं, जिनकी वजह से उन्हें टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थकों से इस पर चर्चा करने के बाद अगला कदम उठाएंगी।

उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पार्टी के लिए बहुत मेहनत की है। पिछले 10 वर्षों में हमारे विधानसभा क्षेत्र में अनेक विकास कार्य किये गये हैं। अगर मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं था, तो इसकी जानकारी मुझे सीधे तौर पर दी जानी चाहिए थी।

नायक ने कहा कि मौजूदा विधायक को नजरअंदाज कर किसी को टिकट देने का मतलब यही है कि पार्टी अब मुझे नहीं चाहती। मैं जमीनी स्तर से राजनीति करता रहा हूं और बिना किसी की दया के कर रहा हूं। जैसा कि मुझे लगा कि पार्टी मुझे नहीं चाहती, मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

टिकट खरीदने को पैसे नहीं

उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों की रिपोर्ट के आधार पर मेरे साथ अन्याय किया गया है। मैं एक अनुसूचित जाति की महिला हूं और एक मध्यम वर्गीय परिवार से हूं। मेरे पास इतनी बड़ी आय नहीं है कि पैसे फेंककर टिकट खरीद सकूं। यह भी एक कारण है कि मुझे टिकट नहीं दिया गया। मैं जनता की इच्छानुसार अगला कदम उठाऊंगी। अगर मुझे कोई दूसरी पार्टी मौका देगी तो मैं चूकूंगी नहीं।

बड़चना में वर्षा प्रियदर्शिनी को लेकर नाराजगी

ओड़िया फिल्म अभिनेत्री वर्षा प्रियदर्शिनी को जाजपुर जिले के बड़चणा विधानसभा सीट से टिकट दिये जाने के बाद बीजद में विद्रोह की स्थिति दिख रही है। छह बार के विधायक अमर प्रसाद सतपथि का टिकट काटे जाने के बाद उनके समर्थकों में भारी रोष देखा जा रहा है। इस कारण बीजद के लिए यह सीट निकालना आसान नहीं लग रहा है। इस तरह की स्थिति को ध्यान में रखकर पार्टी ने विद्रोह व असंतोष को प्रशमित करने के लिए आनन-फानन में शंख भवन में बैठक बुलाकर सभी को समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया।

बैठक में वर्षा को जिताने की हिदायद

बैठक में अमर प्रसाद सतपथी व उनके समर्थक तथा हाल ही में बीजू जनता दल में शामिल हुए राजनारायण महापात्र व उनके समर्थकों को बुलाया गया था। इस बैठक में वर्षा प्रियदर्शिनी तथा जाजपुर जिले के पर्यवेक्षक तथा अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।

बीजद सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में उन्हें सभी को पार्टी अलाकमान का निर्देश का पालन करते हुए वर्षा प्रियदर्शिनी को जीताने के लिए कार्य करने की हिदायद दी गई।

किसी पार्टी में नहीं जायेंगे अमर प्रसाद सतपथि

छह बार के विधायक अमर प्रसाद सतपथी से उनके भविष्य की योजना के बारे में पत्रकारों ने सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि वह 2024 का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह बीजू जनता दल में हैं तथा बीजू जनता दल में ही रहेंगे। मुझे टिकट न दिए जाने के बाद अन्य पार्टियों से लड़ने का भी प्रस्ताव आ रहा है। मेरे शुभचिंतक निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में उतरने के लिए भी परामर्श दे रहे हैं। लेकिन मैने तय किया है कि 2024 का चुनाव नहीं लडूंगा। बड़चणा की जनता के साथ मेरा संबंध काफी पुराना रहा है। मेरा संबंध भावनात्मक व पारिवारिक है। पार्टी के मुखिया का यह अधिकार है वह किसे प्रत्याशी बनायेंगे, लेकिन मेरे समर्थकों को वर्षा प्रियदर्शिनी को टिकट दिये जाने के बाद कष्ट हुआ है, लेकिन मैं आगामी चुनाव नहीं लडूंगा।

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