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45 से 55 किमी प्रति घंटा की गति से बहेगी हवा
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राज्य में जारी रहेगा मौसम का बेरूखीपन
भुवनेश्वर. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भी पुष्टि की है कि मानसून से पूर्व आने वाले चक्रवाती तूफान की संरचना बंगाल की खाड़ी में बनने लगी है. हालांकि देश के प्रमुख मौसम भविष्यवक्ताओं ने लैंडफाल की तिथि को लेकर अपना कार्ड नहीं खोला है. आईएमडी ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि कम दबाव का क्षेत्र पड़ोस में और दक्षिण अंडमान सागर में 30 अप्रैल को बनने की संभावना है. इसके 48 घंटे बाद दो मई तक इसके डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है. 30 अप्रैल से 3 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ शुरू में उत्तर तथा उत्तर-पश्चिम की ओर म्यांमार तट की ओर बढ़ने की संभावना है. संभावना जतायी जा रही है कि निम्न दबाव का क्षेत्र एक मई को और आसपास विकसित होगा तथा यह धीरे-धीरे चक्रवात का रूप धारण करेगा और 6-7 मई को म्यांमार में लैंडफॉल कर सकता है. इसमें कुल लगभग 5-6 दिन का समय लेगा. आईएमडी ने अभी तक लैंडफॉल की स्पष्ट तारीख घोषित नहीं की है.
इधर, यूएस-आधारित एनओएए जीएफएस मॉडल और जर्मन वेदर सर्विस के आईसीओएन मॉडल और हैम्बर्ग के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट, हैम्बर्ग जैसे प्रमुख पूर्वानुमानकर्ताओं ने अनुमान व्यक्त किया है कि यह चक्रवाती तूफान सात मई को लैंडफॉल करेगा. इसके विपरीत यूएस नेवी का एनएवीजीईएम मॉडल ने पांच मई को लैंडफॉल करने की संभावना जतायी है. भारत का शीर्ष महासागर और मौसम प्रणाली अनुसंधान निकाय इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटिरोलॉजी संख्यात्मक मॉडल ने भी पांच मई को ही लैंडफॉल की संभावना जतायी है. इधर, आईएमडी ने कहा कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ बारिश हो सकती है. आज भी कई जिलों में काफी बारिश हुई है.