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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल 24 घंटे में दुबारा दिल्ली बुलावा
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर।
लगता है कि गठबंधन के चक्रव्यूह में भाजपा-बीजद फंस गई है। सीट बंटावारे के निर्णय पर शीर्ष नेतृत्व उहाफोह में है। यही कारण है कि ओडिशा में चुनावों को लेकर भाजपा और बीजद के बीच गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है। इसमें किसी प्रकार की स्पष्टता नहीं आ रही है। इस कारण भाजपा व बीजद दोनों पार्टियों के नेता व कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
एक राजनैतिक घटनाक्रम में 24 घंटे के अंदर ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल फिर दिल्ली तलब किए गए हैं। कई दिन दिल्ली में रुकने के बाद सामल आज गुरुवार सुबह ही भुवनेश्वर पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद दोपहर में उन्हें फिर से दिल्ली पहुंचने के लिए पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व से बुलावा आ गया।
उन्होंने भुवनेश्वर पहुंचने के बाद मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में उन्होंने गठबंधन का संकेत दिया था। फिर कुछ ही घंटों में उन्होंने कहा कि था पार्टी एकेले ही सरकार बनायेगी, लेकिन दोपहर को ही उन्हें दिल्ली फिर से बुलाये जाने के बाद गठबंधन की अटकलें एक बार फिर तेज हो गईं हैं।
भाजपा अपने दम पर सरकार बनायेगी, यह बयान उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर डाला था, लेकिन इसे भी उन्होंने डिलिट कर दिया है। इससे भी राजनीतिक प्रेक्षक गठबंधन होने का अनुमान लगा रहे हैं। सामल ने कहा था कि ओडिशा में भाजपा की सरकार होगी। ओडिशा की अस्मिता को लेकर भाजपा चुनाव लड़ेगी। लोगों के आशीर्वाद व शुभेच्छा से राज्य में सरकार बनायेगी। चुनाव की जिम्मेदारी ओडिशा की जनता लेगी।
गठबंधन के चक्रव्यूह के संबंध में पूछे गये सवाल के उत्तर में सामल ने कहा कि वह बार-बार कह रहे हैं कि ओडिशा में भाजपा की सरकार होगी। अन्यथा वह यह कहते कि किसी और के साथ मिलकर राज्य में भाजपा की सरकार होगी। पार्टी कार्यालय में उन्होंने अपनी बात फिर से दोहरायी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है, इस कारण अंतिम निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष का होता है।
खबरों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को बैठक बुलाई थी। दिल्ली में डेरा डाले प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल, संगठन सचिव मानस मोहंती, चुनाव प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर और सह प्रभारी लता उसेंडी से चर्चा की। माना जा रहा है कि शाह ने ओडिशा भाजपा नेतृत्व के साथ स्वीकार्य सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा की। हालांकि, अभी किसी भी पार्टी की ओर से औपचारिक घोषणा होना बाकी है।
बीजू जनता दल की सांगठनिक बैठक, फिर भी नवीन चुप
मुख्यमंत्री तथा बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक की अध्यक्षता में पार्टी एक महत्वपूर्ण सांगठनिक बैठक नवीन निवास में आयोजित हुई, लेकिन भाजपा के साथ गठबंधन के मुद्दे पर बीजू जनता दल ने बैठक के बाद चुप्पी बनायी रखी। नवीन पटनायक भी चुप हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता देवी प्रसाद मिश्र ने बैठक के बाद गठबंधन के संबंध में पत्रकारों के सवाल का कोई उत्तर न देते हुए निकल गये। यह बैठक लगभग दो घंटे तक चली।
बैठक के बाद मिश्र ने बताया कि विभिन्न जिलों के पर्यवेक्षकों को इस बैठक में बुलाया गया था। सभी पर्यवेक्षकों ने जिलाशः व चुनाव क्षेत्र के अनुसार अपनी रिपोर्ट नवीन पटनायक को दिया है। बैठक में कुल 28 नेता उपस्थित थे।
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