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एनटीपीसी तालचेर कनिहा आसपास के गाँवों की महिलाओं का कर रहा है लगातार समर्थन
भुवनेश्वर. कोरोना महामारी के कारण जहां अधिकांश लोगों की आजीविका का साधन बंद हो गया है, वहीं एनटीपीसी तालचेर कनिहा की मदद से ग्रामीण महिलाओं के लिए मास्क की सिलाई आजीविका प्रदान कर रही है.
यह जानकारी कंपनी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है. ओडिशा का सबसे बड़ा बिजली संयंत्र, एनटीपीसी तालचेर कनिहा अपने स्टेशन के आसपास के गाँवों की महिलाओं का लगातार सहयोग कर रहा है. विभिन्न स्व-सहायता समूहों के साथ भागीदारी करते हुए एनटीपीसी तालचेर कनिहा फेस-मास्क की सिलाई के लिए कच्चा माल उपलब्ध करा रही है, जो विभिन्न जरूरतमंदों के बीच वितरण के लिए स्टेशन द्वारा खरीदे जा रहे हैं.
यह प्रयास न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लिए मास्क को अधिक सुलभ बना रहा है, बल्कि कई लोगों के लिए आजीविका का एक प्रभावी साधन भी सुनिश्चित कर रहा है. महामाई एसएचजी की पुष्पलता साहू हर दिन लगभग 300 मास्क सिलाई करती हैं और इसके बाद दिन के लिए अपने घर के काम करने का प्रबंधन करती हैं. कुल मिलाकर चार एसएचजी से महिलाओं को 10,000 मास्क के लिए सामान दिये गये हैं, जिसे सीधे एनटीपीसी तालचेर कनिहा खरीदेगी.
भीमखंड की मां तुलसी स्वयं सहायता समूह की जाशोस्वी साहू कहती हैं कि इस लॉकडाउन के साथ महिलाओं की सूट और ब्लाउज की सामान्य सिलाई बंद हो गई है. इसलिए मास्क की बिक्री मेरे लिए आय का एक स्थिर स्रोत प्रदान करती है. स्टेशन द्वारा महिलाओं को महिला सशक्तिकरण के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत सिलाई मशीन और सभी आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किए गए. संविदाकर्मियों, स्वच्छता कर्मचारियों, गांवों और अन्य जरूरतमंदों के बीच मास्क वितरित किए जा रहे हैं. एनटीपीसी तालचेर कनिहा ने अपने स्टेशन और उसके आसपास विभिन्न फ्रंट-लाइन श्रमिकों के बीच 12,000 से अधिक मास्क वितरित की है.