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आर्थिक अपराध शाखा ने आंध्र प्रदेश से आरोपी को धर-दबोचा
भुवनेश्वर। ओडिशा अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक बड़े अंतर्राज्यीय नौकरी घोटाले में कथित तौर पर शामिल एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान आकाशपु वीर चैतन्य के रूप में बताई गई है। इस आरोपी को कल आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया गया और सोमवार को कटक में एक निर्दिष्ट अदालत में पेश किया गया।
ईओडब्ल्यू के अनुसार, आरोपियों ने रैकेट के मास्टरमाइंड मोहम्मद सनाउल्लाह, हैदराबाद की साक्षी जैन, बालेश्वर के सुरथ दलई और अन्य के साथ मिलकर एक फर्जी वेबसाइट बनाई और ओडिशा सहित विभिन्न राज्यों के स्थानीय दैनिक समाचार पत्रों में फर्जी विज्ञापन जारी किए। नौकरियों के लिए आवेदन शुल्क के नाम पर उन्होंने प्रति उम्मीदवार 1000 रुपये वसूले और देशभर में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से करोड़ों रुपये की ठगी की।
जैसा कि पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी चैतन्य के खाते में ठगी की रकम में से 60 लाख रुपये की रकम आई है। अंतर्राज्यीय नौकरी रैकेट दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद से चलाया जा रहा था, लेकिन कम से कम 6 राज्यों, ओडिशा, जम्मू और कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में काम कर रहा था।
जांच के दौरान पता चला कि एक फर्जी संगठन “एडेड स्कूल्स वेलफेयर सोसाइटी” बनाकर विज्ञापन प्रकाशित किए गए थे और ओडिशा में एडेड स्कूलों में गैर-शिक्षण पदों के लिए विकास अधिकारी, कल्याण अधिकारी, स्कूल पर्यवेक्षक, स्कूल क्लर्क, स्कूल अटेंडर जैसे विभिन्न पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। उपरोक्त पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10.01.2024 थी और 28,000 रुपये से 40,000 रुपये प्रति माह तक वेतन की पेशकश की गई थी। जांच के दौरान यह पाया गया कि घोटालेबाजों ने फीस इकट्ठा करने के लिए विभिन्न बैंक खातों का इस्तेमाल किया, ताकि वे पुलिस या कानून प्रवर्तन एजेंसियों को गुमराह कर सकें। इन बैंक खातों में 1.7 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन देखा गया। कोई वित्तीय निशान न छोड़ने के लिए अधिकांश पैसा एटीएम के माध्यम से नकद में निकाला गया।