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चंडीखोल में अनेक परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ व शिलान्यास
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कई राजमार्गों का करेंगे लोकार्पण
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को ओडिशा दौरे पर आयेंगे। इस दौरान जाजपुर जिले के चंडीखोल में 19,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। ये परियोजनाएं तेल एवं गैस, रेलवे, सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग और परमाणु ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों से संबंधित हैं।
प्रधानमंत्री पारादीप रिफाइनरी में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड मोनो एथिलीन ग्लाइकोल परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जो भारत की आयात निर्भरता को कम करने में मदद करेगी। वह ओडिशा के पारादीप से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक जाने वाली 344 किलोमीटर लंबी उत्पाद पाइपलाइन का भी उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री देश के पूर्वी तट पर आयात बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए पारादीप में 0.6 एमएमटीपीए एलपीजी आयात सुविधा का भी उद्घाटन करेंगे।
सड़क बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री एनएच-49 के सिंघरा से बिंजाबहल खंड पर चार लेन की सड़क; एनएच-49 के बिंजाबहल से तिलेइबानी खंड पर चार लेन की सड़क; एनएच-18 के बालेश्वर-झारपोखरिया खंड पर चार लेन की सड़क और एनएच-16 के टांगी-भुवनेश्वर खंड पर चार लेन की सड़क का उद्घाटन करेंगे। वह चंडीखोल में चंडीखोल-पारादीप खंड की आठ लेन की आधारशिला भी रखेंगे।
रेल कनेक्टिविटी के आधुनिकीकरण और विस्तार पर ध्यान देने के साथ रेलवे नेटवर्क का विस्तार भी किया जाएगा। प्रधानमंत्री 162 किलोमीटर लंबी बंसापानी-दैतारी-तोमका-जखपुरा रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह न केवल मौजूदा यातायात सुविधा की क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि केंदुझर जिले से निकटतम बंदरगाहों और इस्पात संयंत्रों तक लौह और मैंगनीज अयस्क के कुशल परिवहन की सुविधा भी प्रदान करेगा, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त होगा। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कलिंगनगर में कॉनकोर कंटेनर डिपो का उद्घाटन किया जाएगा। नरला में इलेक्ट्रिक लोको पीरियोडिकल ओवरहालिंग वर्कशॉप, कंटाबंजी में वैगन पीरियोडिकल ओवरहालिंग वर्कशॉप और बघुआपाल में रखरखाव सुविधाओं के उन्नयन और संवर्द्धन के लिए आधारशिला रखी जाएगी। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान नई ट्रेन सेवाओं को हरी झंडी दिखाने सहित अन्य रेलवे परियोजनाओं पर भी विचार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री आईआरईएल (आई) लिमिटेड के ओडिशा सैंड्स कॉम्प्लेक्स में 5 एमएलडी क्षमता वाले समुद्री जल अलवणीकरण संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना को भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के विकसित स्वदेशी अलवणीकरण प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र अनुप्रयोगों के एक भाग के रूप में बनाया गया है।