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गर्दन पर चाकू रखने के बाद भी जान बचाने में कामयाब रहा बच्चा
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घटना के बाद माता-पिता फरार
बारिपदा। मानव बलि जैसी प्रथाओं को जारी रखने वाले अंधविश्वास का एक और उदाहरण ओडिशा के मयूरभंज जिले में देखने को मिला है। यहां एक नाबालिग लड़का उस समय बाल-बाल बच गया, जब उसके माता-पिता ने कथित तौर पर उसे मयूरभंज जिले के कप्तिपाड़ा में एक स्थानीय देवी को बलि चढ़ाने के लिए मारने का प्रयास किया।
बताया जाता है कि उदाला थानांतर्गत छोटारायपुर के सिद्ध और फूल मरांडी के सात वर्षीय लड़के विकास को कुछ स्थानीय युवकों ने अजीब अवस्था में भागते हुए पाया और उसे बचाया।
खबरों के अनुसार, आरोपी माता-पिता ने लड़के से कहा था कि वे उसे उसके मामा के घर ले जा रहे हैं। इसके बजाय वे उसे नुदाडीहा क्षेत्र में एक पहाड़ी के पास कुकुंदरानी हुदी के पास ले गए, जहां उन्होंने देवी के सामने बलि देने का प्रयास किया।
लड़के ने दावा किया कि उसके माता-पिता ने अनुष्ठान के दौरान उसके गले पर चाकू रख दिया, लेकिन वह किसी तरह मौके से भागने में सफल रहा।
कुछ युवकों ने लड़के को अकेले घूमते हुए देखा और उसे बचा लिया। पूछने पर नाबालिग ने पूरी घटना बताई, लेकिन जब स्थानीय लोगों ने माता-पिता को खोजने करने की कोशिश की, तो वह भाग गए थे।