Home / Odisha / बीजद के स्थापना दिवस पर नवीन ओडिशा बनाने की शपथ

बीजद के स्थापना दिवस पर नवीन ओडिशा बनाने की शपथ

  • राज्य को अधिक सशक्त, अधिक आत्मनिर्भर और देश का नंबर-1 प्रदेश बनाने का संकल्प

  • राज्यभर में मनाया गया पार्टी 27वां स्थापना दिवस

  • मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बीजू बाबू को दी श्रद्धांजलि

  • निकाली गई साइकिल रैली, रक्तदान शिविर, पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित

भुवनेश्वर। बीजू जनता दल (बीजद) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अपनी पार्टी के 27वें स्थापना दिवस पर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित शंख भवन में पार्टी का झंडा फहराया और नवीन ओडिशा बनाने की शपथ ली। पार्टी के स्थापना दिवस पर राज्यभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया तथा मुख्यमंत्री तथा बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने अपने पिता बीजू पटनायक को उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी के नेताओं ने राज्य को अधिक सशक्त, अधिक आत्मनिर्भर और देश का नंबर-1 प्रदेश बनाने का संकल्प लिया।

बीजद सांसद सस्मित पात्र ने मीडिया को दिए गए बनाय में कहा है कि आज बीजू जनता दल का 27वां स्थापना दिवस है और हमारी सेवा के 26 वर्ष पूरे हो गए हैं। हम आज पार्टी कार्यालय में नवीन ओडिशा के लिए काम करने और सबसे अधिक निर्माण करने की प्रतिज्ञा के माध्यम से खुद को फिर से समर्पित करते हैं। अधिक सशक्त, अधिक आत्मनिर्भर और देश का नंबर 1 राज्य बनेगा। आज इस शुभ अवसर पर हमारे पास कई कार्यक्रम हैं जो किए जा रहे हैं।

बीजद की तरफ से स्थापना दिवस पर सभी ब्लॉकों, शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) और 147 विधानसभा क्षेत्रों में रक्तदान शिविरों, पौधरोपण अभियान और अन्य सामाजिक गतिविधियां आयोजित की गईं। इस अवसर पर कटक के आनंद भवन से शंख भवन तक एक साइकिल रैली भी आयोजित की गई।

बीजद उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सुशासन दिया और ओडिशा को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया। आज साइकिल रैली और कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।

26 साल पहले इसी दिन नवीन पटनायक ने अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक के निधन के कुछ महीनों बाद कई अन्य पूर्ववर्ती जनता दल (जेडी) नेताओं के साथ बीजद की स्थापना की थी। इस दौरान रामकृष्ण पटनायक और विजय महापात्र और कई अन्य प्रमुख लोगों का साथ था, जिन्होंने जनता दल से अलग होकर बीजद का गठन किया था। नवीन पटनायक ने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा ओडिशा के लोगों के साथ किए गए कथित गलत व्यवहार के निवारण पर जोर दिया था।

पार्टी 2000 से ओडिशा में सत्ता में है। यह 2000 और 2004 में गठबंधन सहयोगी के रूप में भाजपा के साथ सत्ता में आई थी। बीजद ने 2009 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा से नाता तोड़ लिया और स्वतंत्र रूप से 103 सीटें जीतीं। 2014 के चुनावों में इसका प्रतिनिधित्व बढ़कर 117 हो गया और 2019 के चुनावों में 112 सीटों के साथ अपनी मजबूत पकड़ बरकरार रखी।

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