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बालेश्वर, बारिपदा, बलांगीर व कोरापुट स्थित सरकारी मेडिकल कालेजों में इसके लिए लैबरटरी की स्थापना की जाएगी
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वित्त मंत्री निरंजन पुजारी की अध्यक्षता में कोविद-19 को लेकर मंत्रिस्तरीय बैठक
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बाहरी राज्यों में फंसे लोगों की जांच वहीं कराने पर विचार
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कोरोना का अधिक प्रसार होने वाले तीन जिलों के लिए विशेष योजना तैयार
भुवनेश्वर. इस माह के अंत तक राज्य में दैनिक तीन हजार कोरोना के लिए नमूने परीक्षण कराने के निर्णय किया गया है. बालेश्वर, बारिपदा, बलांगीर व कोरापुट स्थित सरकारी मेडिकल कालेजों में इसके लिए लैबरटरी की स्थापना की जाएगी. वित्त मंत्री निरंजन पुजारी की अध्यक्षता में कोविद-19 को लेकर मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद पंचायतीराज मंत्री प्रताप जेना ने पत्रकारों को यह जानकारी दी.
जेना ने कहा कि वर्तमान में राज्य में लगभग दो हजार नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है. इसे बढ़ाकर तीन हजार तक किया जायेगा. केवल चार सरकारी मेडिकल कालेज ही नहीं बल्कि ओडिशा कृषि व तकनीकी विश्वविद्याल में कोरोना का परीक्षण शुरु करने के साथ-साथ भुवनेश्वर स्थित आईएएलएस की परीक्षण की क्षमता को बढ़ाकर 450 किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि राज्य के बाहर से ओडिशा आने वाले श्रमिकों का कोरोना का परीक्षण जहां फंसे हुए हैं वहीं कैसे किया जा सकेगा. उसे लेकर भी केन्द्र सरकार के साथ चर्चा की जाएगी. शुक्रवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन के साथ होने वाली बैठक में इस विषय को उठाया जाएगा.
कोविद अस्पताल में कार्य करने वाले डाक्टर, नर्स व अन्य कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देने के लिए बैठक में चर्चा हुई, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. जेना ने कहा कि कोरोना का अधिक प्रसार होने वाले तीन जिलों के लिए विशेष योजना तैयार की गई है.
पंचायतों में क्वारेंटाइन में रहने की व्यवस्था, भोजन व चिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी. बाहर से आने वाले श्रमिकों के पंजीकरण के लिए पंचायत स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाएगा.