-
बिना पंजीकरण के खुर्दा जिले में प्रवेश निषेध
-
आवकारी विभाग के सचिव एसके लोहानी को भद्रक, राज्यपाल के सचिव डा प्रमोद कुमार मेहर्दा को जाजपुर, कृषि विभाग के सचिव एसके वशिष्ठ को बालेश्वर जिले की जिम्मेदारी दी गई
भुवनेश्वर. राज्य के तीन जिले भद्रक, जाजपुर व बालेश्वर जिले में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या में बढोत्तरी ने राज्य सरकार की नींद उडा दी है. इसे ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने तीन वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को तीन जिलों में जाकर कोरोना मुकाबला की समीक्षा करने तथा जिला प्रशासन की मदद करने के लिए कहा है. इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा विधिवत निर्देश जारी किया गया. इसके अनुसार, आवकारी विभाग के सचिव एसके लोहानी को भद्रक जिले की जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह राज्यपाल के सचिव डा प्रमोद कुमार मेहर्दा को जाजपुर जिले की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा कृषि विभाग के सचिव एसके वशिष्ठ को बालेश्वर जिले की जिम्मेदारी दी गई है. ये अधिकारी उपरोक्त जिले में कोविद -19 प्रबंधन की समीक्षा करने के साथ साथ जिला प्रशासन की सहायता करेंगे. इन जिलों में जाने से पूर्व इन अधिकारियों को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के सचिव तथा भुवनेश्वर में कार्यरत कोविद पर्यवेक्षकों से चर्चा कर जाने के लिए परामर्श दिया गया है.
खुर्दा जिले के जो लोग बाहर के राज्यों में हैं, उनका पंजीकरण किये बिना उन्हें जिले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. जिलाधिकारी सीतांशु राउत ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिले के लगभग 20 हजार लोग बाहर के राज्यों में हैं. यदि लाकडाउन के बाद वे यहां आते हैं, तो उससे पहले उन्हें पंजीकरण कराना होगा.
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना के चार और नये मामले पाये गये हैं. ये सभी मरीज जाजपुर जिले के हैं तथा सभी कोलकाता से लौट कर ओडिशा आये हैं. यह जानकारी राज्य सरकार के सूचना व जनसंपर्क विभाग ने ट्विट कर दी है. बताया जाता है कि मरीजों में क्रमशः 80, 70, और 48 साल की महिलाएं हैं और एक 21 साल का युवा है.सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं तथा इनकी ट्रैवेल हिस्ट्री पश्चिम बंगाल की रही है. इनके संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान की जा रही है. राज्य में मरीजों की संख्या 87 हो चुकी है