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गजपति जिले में भूस्खलन की आशंका, ओडीआरएएफ टीम तैनात, शिक्षानुष्ठान को बंद करने के निर्देश
भुवनेश्वर.प्रचंड रूप धारण कर के लैंडफॉल करने के लिए अग्रसर चक्रवात मिचौंग का प्रभाव ओडिशा में भी महसूस किया जा रहा है। चक्रवात का प्रभाव से प्रदेश के पांच जिलों में भारी वर्षा को लेकर चेतावनी जारी ही गई है। गजपति जिले में भारी वर्षा एवं भूस्खलन की संभावना को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। जिले में राहत एवं बचाव के लिए ओडीआरएएफ की दो टीमें तैनात कर दी गई है। ओडिशा में सोमवार से ही मौसम धुंधला बना हुआ है और कई स्थानों पर बारिश हो रही है।
जानकारी के मुताबिक चक्रवात के प्रचंड रूप को देखते हुए गजपति जिले के सभी स्कूलों को बुधवार के लिए बंद घोषित कर दिया गया है। जिले के सभी प्राथमिक और उच्च विद्यालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है। जिला कलेक्टर द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, जिले के सभी प्राइमरी, अपर प्राइमरी, हाई स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को बुधवार के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया है। इस संबंध में जिला कलेक्टर ने सभी बीडीओ, तहसीलदार और जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। जिले में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए ओडीआरएएफ की दो टीमें तैनात कर दी गई हैं।
ओडिशा के इन जिलों में जारी की गई है भारी वर्षा को लेकर अरेंज चेतावनी
मौसम विभाग ने पांच जिलों में भारी वर्षा की अरेंज चेतावनी जारी किया है। इन जिलों में गजपति, गंजाम, रायगड़ा, मालकानगिरी और कोरापुट जिला शामिल है। इन जिलों में भारी से भारी वर्षा होने की संभावना है ऐसे में मौसम विभाग ने इन जिलों में आरेंज चेतावनी जारी किया है। उसी तरह से पुरी, कालाहांडी, नवरंगपुर एवं कंधमाल जिले के लिए पीली चेतावनी जारी की गई है।
मछुआरों को 6 दिसम्बर तक समुद्र में ना जाने की हिदायत, 8 दिसम्बर से मौसम बदलाव होगा।
चक्रवात के प्रभाव से समुद्र अशांत रहेगा। ऐसे में मछुआरों को 6 दिसम्बर तक समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है। बंदरगाह में दो नंबर खतरे का निशान लगा दिया गया है। 6 दिसम्बर को दक्षिण ओडिशा के साथ तटीय ओडिशा के कटक, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर एवं नयागड़ जिला में भारी वर्षा को लेकर पीली चेतावनी जारी की गई है। 7 दिसम्बर को भी तटीय ओडिशा में वर्षा होने की सम्भावना है। 8 दिसम्बर से मौसम बदलाव होगा।
गजपति जिले में है भुस्खलन होने की सम्भावना
यहां उल्लेखनीय है कि गजपति जिले के पहाड़ी क्षेत्र में भारी वर्षा होने से आवागमन कट जाता है। यहां भुस्खलन होने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में जिले में चक्रवात का प्रभाव पड़ने की संभावना होने से तैयारी जोरदार कर दी गई है। दो दिन पहले ही यहां पर ओड्राफ टीम पहुंच गई है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए उन्हें तैनात रहने के लिए निर्देश दिया गया है।
वहीं ओडिशा में इन दिनों धान की कटाई का समय है। ऐसे में वर्षा को संभावित वर्षा को लेकर किसानों का सिरदर्द बढ़ गया है। किसान किसी भी तरह से अपनी तैयार फसल को काट कर सुरक्षित स्थान पर रखने का प्रयास युद्ध स्तर पर कर रहे हैं।