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राज्य के विभिन्न जगहों पर हुए हादसों में लोगों ने गंवाई जान
भुवनेश्वर। ओडिशा में मनाए जा रहे राज्यव्यापी शून्य मृत्यु सप्ताह के पहले दिन ही विभिन्न सड़क हादसों में कुल 20 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे अधिक आठ लोगों की मौत केंदुझर जिले में हुई है। यहां घाटगां थाना अंतर्गत बालीजोड़ी के पास एक वैन एक खड़े ट्रक से टकरा गई थी। इसी तरह, भद्रक में एक व्यक्ति की मौत हुई है, जबकि संबलपुर के चिनिमहुला और केंदुझर के आनंदपुर में एक-एक लोगों की मौत हो गई। इसके बाद में शुक्रवार शाम को, राज्यभर में अन्य अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में और 6 लोगों की जान चली गई।
इधर, शुक्रवार देर रात भुवनेश्वर के बाहरी इलाके पहाल के पास एक हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। मृतक कथित तौर पर जाजपुर और भद्रक के रहने वाले थे। हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल भी हो गया है। उन्हें एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, तीन लोगों को लेकर एक कार कटक से भुवनेश्वर जा रही थी, तभी पहाल के पास खड़े ट्रक से टकरा गई। परिणामस्वरूप, जहां दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक के एक रिश्तेदार ने कहा कि हादसे के बाद एक घायल ने अपने बड़े भाई को फोन किया था। हमें आज सुबह दुर्घटना के बारे में पता चला और हम मौके पर पहुंचे, लेकिन उसे मृत पाया। एक मृतक के पड़ोसी ने कहा कि मृतकों में से एक सुशील कर मेरा पड़ोसी है। उनका ट्रांसपोर्ट का बिजनेस था। उन्होंने कल सब्जियां खरीदीं और अपने घर पहुंचाईं। वह अपने दोस्तों के साथ कार में जा रहा था जब पहाल के पास दुर्घटना हुई।
हर दिन 13 लोगों की मौत
राज्य परिवहन विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रति दिन लगभग 13 मौतों की दर से 48,000 लोगों ने अपनी जान गंवाई। चिंता की बात यह है कि ओडिशा सरकार द्वारा आयोजित कई जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या में कमी नहीं आ रही है।