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चीन में फैली बीमारी को लेकर राज्य में निगरानी बढ़ी
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जिलों में टेस्टिंग बढ़ाने के लिए निर्देश दिया गया
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राज्य में सर्विलेंस बढ़ाने के साथ-साथ प्रत्येक जिले में टेस्टिंग बढ़ाने के लिए निर्देश
भुवनेश्वर। चीन में निमोनिया के मामले लगातार बढ़ने के बाद अगर ढिलाई बरती गई तो ओडिशा में फिर से सामूहिक टेस्टिंग का दौर शुरू हो सकता है। केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को इस बारे में सतर्क रहने के लिए कहा है। इस निर्देश के बाद राज्य सरकार ने भी इसे लेकर सतर्कता बरतना प्रारंभ कर दिया है। राज्य के जन स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा निरंजन मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार से निर्देश मिलने के बाद ही राज्य में निगरानी बढ़ा दी गई है तथा जिलों में टेस्टिंग बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी एक स्थान पर अनेक लोग पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो सामूहिक टेस्टिंग की जाएगी।
मिश्र ने कहा कि इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सभी जिला मुख्यालय चिकित्सालयों में इसके लिए बेड सुरक्षित रखने के लिए कहा गया है। मैन पॉवर, मेडिसिन व टेस्टिंग ट्रीटमेंट के लिए तैयारी रखने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि ओडिशा सरकार किसी स्थिति से निपटने को तैयार है। यहां बच्चों के लिए ऑक्सीजन के अलावा सीयू और आईसीयू की पूरी व्यवस्था है।
मिश्र ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सभी को सतर्क रहना चाहिए। कोविद-19 की दूसरी लहर की तर्ज पर सभी जिला एवं मेडिकल कॉलेजों में पूरी तैयारी कर ली गयी है। उन्होंने कहा कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) के मामलों में राज्य के अधिकारियों को बच्चों और किशोरों के नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए भी कहा गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ निरोज मिश्र ने कहा कि सर्दियों में ऐसे मामले बढ़ जाते हैं, लेकिन हमें तैयार रहना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि जिन बुजुर्ग लोगों और इन्फ्लूएंजा से प्रभावित लोगों ने टीकाकरण नहीं कराया है, उन्हें तुरंत इसे लेना चाहिए। बुखार और खांसी के लक्षण दिखाने वाले लोगों को अपने घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। यदि आप बाहर जाते हैं, तो मास्क पहनें और नियमित अंतराल पर हाथ धोएं।