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कहा-डेयरी क्षेत्र में उद्यमिता विकास के लिए एक करोड़ तक की वित्तीय सहायता प्रदान कर रही सरकार
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राज्य ने पहली बार मनाया राष्ट्रीय दूध दिवस
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने रविवार को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाने के लिए भुवनेश्वर में एक राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन किया। शहर के लोकसेवा भवन के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में सभी जिलों के डेयरी किसानों और अधिकारियों ने वर्चुअली भाग लिया। यह पहली बार है कि राज्य में राष्ट्रीय दूध दिवस मनाया गया। इस दौरान एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनके सम्मान में देश में 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले दो दशकों के दौरान राज्य में दूध उत्पादन तीन गुना बढ़ गया है। सरकार मुख्यमंत्री कृषि उद्योग योजना के तहत डेयरी क्षेत्र में उद्यमिता विकास के लिए एक करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि डेयरी फार्मिंग किसानों और महिलाओं के विकास से जुड़ा है, इसलिए सरकार इस पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सरकार की 5-टी पहल के तहत, अरिलो में पांच लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता का एक अत्याधुनिक डेयरी संयंत्र स्थापित किया गया है। ओएमएफईडी के माध्यम से लगभग तीन लाख डेयरी किसान लाभान्वित हुए हैं।
इस दौरान मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं ने अपने संदेश में कहा है कि ओएमएफईडी और निजी डेयरियों को उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्ता वाले दूध उत्पादों का उत्पादन और आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए।
मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास विभाग के प्रमुख सचिव सुरेश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि किसानों को आजीविका प्रदान करने और उनकी आय बढ़ाने के उपाय के रूप में दो भैंसों के साथ छोटी डेयरी इकाइयां स्थापित करने के लिए 1.18 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर किशोर चंद्र प्रधानी, अध्यक्ष, ओमफेड; सुधांशु केके मिश्र, सीजीएम, नाबार्ड; एसएलबीसी के संयोजक गौतम पात्र और एएचएंडवीएस के निदेशक रमेश हाजरा ने भी अपनी बात रखी।
इस कार्यक्रम में डेयरी किसान, उद्यमी, ओएमएफईडी अधिकारी, संयंत्र प्रबंधक, ओएमएफईडी बोर्ड के सदस्य, एफएंडएआरडी और अन्य विभागों के सरकारी अधिकारी सहित लगभग 400 प्रतिभागी उपस्थित थे।