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केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने रखी आधारशिला
भुवनेश्वर। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शनिवार को पुरी में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, सदाशिव कैम्पस के विभिन्न भवनों का शिलान्यास किया। इसके साथ वह लक्ष्मी पुराण पर आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भी सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर प्रधान ने कहा कि पवित्र लक्ष्मी पुराण के संस्कृत अनुवाद का लोकार्पण कर के अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के संवर्धन में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, पुरी ने अपनी अलग पहचान बनाई है।
प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संस्कृत के साथ भारत की सभी भाषाओं को प्राथमिकता और राष्ट्रीय भाषा का दर्जा देकर एक नई प्रथा की शुरुआत की है। भारतीय भाषाओं और वेद विद्या को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए आज केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय सदाशिव कैंपस में 100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है। प्रधान ने कहा कि भारत, संस्कृत, तमिल जैसी पुरातन भाषाओं के साथ-साथ अनेकों समृद्ध भाषाओं का देश है। समकालीन समय में शाश्वत भारतीय ज्ञान परंपरा और वैदिक साहित्य की प्रासंगिकता और भी अधिक है। लक्ष्मी पुराण और वेदों के ज्ञान, मूल्यों और संदेश को आत्मसात कर हम सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के नेतृत्व में विकास की ओर बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय संस्कृत समेत भारतीय भाषाओं, साहित्य और विरासत से नई पीढ़ियों को जोड़ने का काम करेगी।