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तीन महीने के लिए हिरासत में भेजे गए हैं 150 से अधिक लोग
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अपराजिता षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से 16 किलोमीटर दूर स्थित पद्मकेशरपुर गांव में हुई हिंसक झड़प के बाद बिरानी छा गई है। झड़प के मामले में अब तक 150 से अधिक लोग तीन महीने के लिए हिरासत में भेजे गए हैं। भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
भुवनेश्वर की सांसद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता अपराजिता षाड़ंगी ने शनिवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर गांव में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।
उन्होंने बताया है कि कमिश्नरेट पुलिस ने कथित तौर पर इलाके में हुई हिंसक झड़प में शामिल होने के आरोप में गांव से लगभग 150 लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें तीन महीनों के लिए हिरासत में भेज दिया है।
सांसद ने अपने पत्र में पटनायक से झड़प के कारण का पता लगाने और गांव में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जल्द से जल्द एक शांति समिति बनाने का अनुरोध किया है। षाड़ंगी ने शुक्रवार शाम गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा भी लिया।
गांव में सिर्फ महिलाएं और बच्चे
सांसद अपराजिता षाड़ंग ने बताया है कि दहशत की स्थिति के बीच अब वीरान गांव में केवल मुट्ठीभर महिलाएं और बच्चे ही रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक गांव में शांति बहाल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है और इसलिए राज्य सरकार द्वारा तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत है।
गाँव पूरी तरह से अंधकारमय और सुनसान
सांसद ने पत्र में लिखा है कि भुवनेश्वर प्रखंड (उत्तरी भुवनेश्वर विधानसभा) क्षेत्र के पद्मकेशरपुर गांव में गंभीर कानून व्यवस्था की समस्या और ग्रामीणों की परेशानी की खबर मिलने पर मैंने परसों देर शाम गांव का दौरा किया। मुझे आश्चर्य हुआ कि यह गांव पूरी तरह से अंधकारमय और सुनसान था। बहुत कम महिलाएं और बच्चे मिले। इनसे मैं मिली। वे बहुत घबराए और डरे हुए पाए गए। पैसे उधार देने के मामले को लेकर झगड़े हुए और उसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। मेरी जानकारी में लाई गई थी। इसके बाद मैंने इलाके का दौरा किया।