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लाकडाउन नियम उल्लंघन करना पड़ा महंगा, जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने वाले पुलिस अधिकारी निलंबित


पुरी. लाकडाउन का उल्लंघन कर पुरी के श्रीजगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने के आरोप के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक अभय ने जाजपुर जिले के बड़चणा थाना के थानाधिकारी दीपक जेना को निलंबित कर दिया है. उनके खिलाफ पुरी के सिंहद्वार थाने में मामला भी दर्ज किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जेना ने अपने परिवार के लोगों के साथ दक्षिणद्वार होते हुए पुरी के श्रीमंदिर में प्रवेश किया था. वहां उपस्थित पुलिसकर्मी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने. लाकडाउन के कारण पुरी के श्रीजगन्नाथ मंदिर में प्रवेश पर प्रशासन ने रोक लगाया हुआ है. पुलिसकर्मी की शिकायत के आधार पर रविवार शाम को सिंहद्वार थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
परिवार के चार सदस्यों के साथ घूमने पहुँचे थे दीपक जेना

जाजपुर जिला से बड़चणा थाना प्रभारी निरीक्षक प्रभारी दीपक जेना अपने परिवार के साथ कुल 4 सदस्य श्री मंदिर के दक्षिण दरवाजे से कल शाम प्रवेश किए. उनके साथ में श्यामा पूजा पंडा नामक एक सेवात भी थे. श्री मंदिर पुलिस की तरफ से ड्यूटी पर तैनात विजय कुमार गोछायत, बापी पुष्पा ने इस अधिकारी का विरोध किया, लेकिन अन्य पुलिस बल सहयोग के वजह से आसानी से श्री मंदिर में प्रवेश करके भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन करते हुए कुल 4 सदस्य बाहर निकले. इस दौरान उनका विरोध तेज हुआ.

पुरी में प्रवेश निषेध है, नाका भी तोड़ा

पुरी जिला में प्रवेश करने के लिए किसी भी व्यक्ति को अनुमति नहीं है. अब पुरी के प्रवेश द्वार को
पुलिस ने सील कर दिया है. साथ ही आठनाला व अन्य रास्तों पर नाकाबंदी चल रही है. आने वाली गाड़ियों की जांच भी हो रही है. जांच के दौरान अगर प्रवेश योग्य है तो छोड़ा जाता है, नहीं तो वापस कर दिया जाता है, लेकिन यह थाना प्रभारी की गाड़ी कैसे अंदर में आयी, इसको लेकर अभी लोग समझ नहीं पा रहे हैं.

सिर्फ नीति की अनुमति है

गौरतलब है श्री मंदिर कोरोना के चलते मार्च महीने से लाकडाउन शुरू होते ही मंदिर को बंद कर दिया गया है. सिर्फ नीति संपन्न के लिए दो सेवायतों को जाने की अनुमति है. किसी भी बाहर के श्रद्धालु या स्थानीय श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है. कड़ी रूप से पहरेदारी कर रहे पुलिस किसी को जाने नहीं देती है. हाथ में बंदूक लाठी होने के बावजूद सभी सुरक्षा घेरा को पार करते हुए कैसे यह थाना अधिकारी गये, यह अब सवालिया निशान पैदा हो रहा है.

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