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23 साल के लगातार बीजद शासन के बाद भी अस्पतालों में डाक्टर व पारा मेडिकल कर्मचारियों की भारी कमी – उमाकांत पटनायक
भुवनेश्वर। भाजपा के सोशल मीडिया प्रमुख उमाकांत पटनायक ने कहा कि नवीन पटनायक सरकार के 23 सालों को निरंकुश शासन में राज्य की स्वास्थ्य सेवा की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। केवल विज्ञापनों में वाहवाही लूटने का प्रयास करने वाली सरकार के शासन काल में अस्पतालों में मूलभूत सुविधा, डॉक्टर व पारा मेडिकल कर्मचारियों की भारी कमी है। राज्य की जनता इस क्षेत्र में नवीन सरकार की नाकामियों को झेल रही है। भाजपा के सोशल मीडिया प्रमुख उमाकांत पटनायक ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में राज्य में स्वास्थ्य की स्थिति से संबंधित आंकड़े प्रदान करते हुए ये बातें कहीं।
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पटनायक ने कहा कि राज्य में डॉक्टरों की 15,774 पदों में से 7276 पज रिक्त हैं। लगभग 48 प्रतिशत डाक्टरों का पद खाली है। इसी तरह राज्य के 12 सरकारी मेडिकल कालेजों में कुल 290 मंजूरी प्राप्त प्रोफेसरों का पद है। इसमें से 74 पद खाली है। इसी तरह 463 एसोसिएट प्रोफेसरों के पदों में से 171 खाली है। 903 एसिस्टेंट प्रोफेसर पदों में से 110 पद रिक्त हैं।
पटनायक ने कहा कि इसी तरह राज्य के अस्पतालों में अधिकांश पारा मेडिकल कर्मचारियों की भारी कमी है। राज्य में कुल 28 हजार 285 नर्सिंग ऑफिसर में से 17 हजार 358 पद खाली हैं। इसी तरह 3490 फार्मासिस्ट पदों में से 998 खाली हैं। 2236 लैबरोटरी टेक्निशियन पदों में 915 खाली हैं। राज्य में कुल 695 रेडियोग्राफर के पद हैं, जिसमें से 378 पद रिक्त हैं। इस कारण करोड़ों रुपये के महंगे उपकरण नष्ट हो रहे हैं। बिना डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्टस लैब टेक्निशियन व रेडियो ग्राफर के बिना कैसे राज्य की स्वास्य़्य व्यवस्था चल रही है इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। इस पत्रकार सम्मेलन में पार्टी के प्रवक्ता अनिल बिश्वाल व पवित्र दाश उपस्थित थे।