- सैकड़ों सालों की परंपरा की रक्षा के लिए शंकराचार्य और गजपति महाराज के साथ विचार-विमर्श करने के लिए श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन को निर्देश देने का अनुरोध
- गजपति महाराज ने मुख्य शासन सचिव को लिखा पत्र, रथयात्रा को लेकर स्थिति साफ करने की मांग
- रथ निर्माण स्थल का निर्माण शुरू
भुवनेश्वर/पुरी. कोरोना संक्रमण के कारण पुरी में श्रीजगन्नाथ रथयात्रा को लेकर अनिश्चितता के संबंध में मीडिया में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद केन्द्रीय मंत्री प्रताप षड़ंगी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को इस संबंध में पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि एकता का प्रतीक रथयात्रा वर्तमान परिस्थिति में कैसे हो सकेगा.
सैकड़ों सालों की परंपरा की रक्षा कैसे हो सकेगी, इसे लेकर मंत्री ने शंकराचार्य व पुरी के गजपति महाराज के साथ विचार-विमर्श करने के लिए श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन को निर्देश देने के लिए अनुरोध किया है. उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि कोरोना के कारण रथयात्रा को लेकर संकट के बादल होने की बात मीडिया में आ रही है. कोरोना के कारण निश्चित रुप से श्रद्धालुओं की संख्या व उनमें उत्साह में कमी आयेगी, लेकिन इसके बावजूद पुरातन पंरपरा के अनुसार रथयात्रा होनी चाहिए.
इस कारण इसे लेकर लोगों में फैले भ्रम को दूर करने के लिए श्रीमंदिर प्रशासन शंकराचार्य व पुरी के गजपति महाराज से विचार-विमर्श करें, इसके लिए मुख्यमंत्री निर्देश दें. उन्होंने कहा कि रथयात्रा कैसे संपन्न होगी व किस प्रकार व स्तर से होगी, इसे लेकर मुक्तिमंडप, दइतापति व सेवायतों से भी सलाह ली जाए.
इधर, भगवान जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा आयोजन को लेकर पुरी नरेश गजपति महाराज दिव्यसिंह देव ने ओडिशा सरकार के मुख्य शासन सचिव असित त्रिपाठी को पत्र लिखा है. इसमें अक्षय तृतीया को देव स्नान पूर्णिमा और रथयात्रा आयोजन को लेकर अभी जो स्थिति उत्पन्न हुई है, उसका समाधान करते हुए तत्काल कदम उठाकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. गौरतलब है कि राज्य सरकार की तरफ से विधि मंत्री ने कहा था कि जल्द ही इस बारे में निर्णय लिये जाएंगे.
इसी बीच पुरी में गजपति महाराज जी के महल के सामने हर साल की तरह रथ निर्माण स्थल का निर्माण शुरू हो गया है. 26 तारीख को अक्षय तृतीया के दिन यहां पर विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए रथ निर्माण शुरू होगा.