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निपटने के लिए राज्य सरकार ने बनायी विशेष योजना
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आगामी सात दिनों में राजधानी में होगा पांच हजार नमूनों का परीक्षण
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सबसे पहले विदेश या बाहरी राज्यों से आने वाले, पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों की होगी जांच
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लोगों से सहयोग की अपील
भुवनेश्वर. राजधानी भुवनेश्वर में कोरोना के कुल 46 मरीज पाये जाने के कारण अब यह हाट स्पाट बन चुका है. इस कारण राज्य सरकार ने भुवनेश्वर को सुरक्षित करने के लिए विशेष योजना तैयार की है. इसके तहत आगामी सात दिनों में भुवनेश्वर से पांच हजार लोगों के नमूने परीक्षण किये जाएंगे. राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने एक पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने इस कार्य में सभी को सहयोग प्रदान करने की अपील की. त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान तक भुवनेश्वर शहर के 1958 नमूने परीक्षण किये गये हैं. यह राज्य में किये गये कुल नमूनों का 38 प्रतिशत है.
विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक से अधिक नमूनों के परीक्षण से स्थिति बेहतर हो सकती है. इस कारण आगामी सात दिनों में पांच हजार नमूनों का परीक्षण करने का निर्णय किया गया है. उन्होंने कहा कि सर्वाधिक आशंका वाले लोगों का परीक्षण करने के लिए नमूना संग्रह हेतु कैंप बनाये जाएंगे. स्टैटिक कैंप के साथ-साथ मोबाइल कैंप भी रहेगा, जो नमूने लेगा. इसके लिए राज्य के लैबरटरियों को अपग्रेड किया जाएगा. उन्होंने बताया कि किन लोगों के नमूने लिये जाएंगे, इसकी प्राथमिकता तय की गई है.
जो लोग विदेश से या फिर बाहर के राज्यों से लौटे हैं या फिर किसी प्रकार के लक्षण हैं या फिर कोरोना पाजिटिव लोगों के संपर्क में आने की संभावना जिनमें है, उनका नमूना पहले परीक्षण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोविद-19 के मुकाबले में लगे स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी व सफाई कर्मियों की भी नमूने जांच होंगे. इसी तरह बुजुर्ग व्यक्तियों के भी नमूनों को जांच किया जाएगा. रैंडम सांपलिंग के जरिये भी नमूने लिये जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिन्हें नमूने परीक्षण के लिए कहा जाएगा वे नमूना देने में सहयोग करेंगे. यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो पुलिस व प्रशासन से मदद ली जाएगी. उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि लोग इस कार्य में सहयोग प्रदान करेंगे.