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राज्य की परिवहन मंत्री टूकुनी साहू ने घोषणा
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बस मालिक संघ और सरकार के बीच हुई वार्ता रही सफल
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जहां बस नहीं है, वहां चलेगी लक्ष्मी योजना की बसें
भुवनेश्वर। राज्य सरकार और निजी बस मालिक संघ के बीच बैठक सकारात्मक रही है। इससे राज्य में बसों की कोई हड़ताल फिलहाल नहीं होगी। यह घोषणा राज्य की परिवहन मंत्री टूकुनी साहू ने गुरुवार को भुवनेश्वर में बस मालिकों के संघ के साथ बैठक के बाद की। उन्होंने कहा कि ओडिशा में फिलहाल कोई बस हड़ताल नहीं होगी। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए साहू ने कहा कि लोकेशन एक्सेसिबल मल्टीमॉडल पहल (लक्ष्मी) एक क्रांतिकारी योजना है। इसका उद्देश्य ग्रामीण लोगों के दरवाजे पर सार्वजनिक परिवहन प्रदान करना है। हमने बैठक में बस मालिकों के संघ के साथ इस मामले पर चर्चा की। उन्होंने अपनी शिकायतें हमारे सामने रखीं। वे 30 अक्टूबर तक सरकार को एक लिखित ज्ञापन सौंपेंगे और इसलिए कोई बस हड़ताल नहीं होगी। हमने आंतरिक क्षेत्रों में लोकेशन एक्सेसिबल मल्टीमॉडल पहल सेवा शुरू की है, जहां कोई बस सेवा नहीं है। बस मालिकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। बस मालिकों ने इस योजना का समग्र रूप से विरोध नहीं किया। वे बस यही चाहते थे कि हम इस योजना को उन जगहों पर शुरू न करें, जहां पहले से ही निजी बसें चल रही हैं। उनकी कुछ अन्य मांगें भी हैं, हम बातचीत के जरिए उचित समय पर उन मांगों को पूरा करने का प्रयास करेंगे।
हड़ताल को केवल 31 अक्टूबर तक के लिए रोका गया है
हालांकि, बस मालिकों के संघ ने कहा कि चर्चा न तो सफल रही और न ही असफल। पत्रकारों से बात करते हुए एसोसिएशन के सचिव देवेंद्र साहू ने कहा कि हड़ताल को केवल 31 अक्टूबर तक के लिए रोकी गई है। इसे वापस नहीं लिया गया है। एसोसिएशन की आम सभा की बैठक 30 अक्टूबर को होगी। हम वहां अपनी भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करेंगे। हमने सरकार को एक बस रूट चार्ट सौंप दिया है। हम सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
छह जिलों में शुरू हो चुकी है योजना
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 12 अक्टूबर को लोकेशन एक्सेसिबल मल्टीमॉडल इनिशिएटिव के तहत बस सेवाओं का उद्घाटन किया था। पहले चरण में यह योजना छह जिलों, मालकानगिरि, कोरापुट, नवरंगपुर, रायगड़ा, कलाहांडी और गजपति में शुरू की गई थी। लोकेशन एक्सेसिबल मल्टीमॉडल इनिशिएटिव योजना की शुरूआत राज्य के बस मालिकों को पसंद नहीं आई। इससे उन्होंने 20 अक्टूबर को राज्यव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था, जिससे ओडिशा में बस सेवाएं ठप हो गईं थीं। हालांकि, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और परिवहन मंत्री द्वारा हड़ताल रोकने की अपील करने और उन्हें 26 अक्टूबर को बैठक के लिए बुलाने के बाद निजी बस मालिकों के संघ ने 20 अक्टूबर की रात को 31 अक्टूबर तक हड़ताल पर रोक लगा दी।