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स्वतः टिकट रद्द करने पर आईआरसीटीसी ने काटे रुपये
भुवनेश्वर. कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूक और अधिक सतर्कता उन रेल यात्रियों को महंगी पड़ी जिन्होंने स्वतः अपनी यात्रा रद्द कर टिकट को कैंसिल कर दिया. ऐसे रेलयात्रियों से आईआरसीटीसी ने शुल्क काट लिया है. इसे लेकर जागरूक यात्रियों में नाराजगी दिखी है. उल्लेखनीय है कोरोना वायरस के विस्तार को रोकने के लिए राज्य और केंद्र सरकार की ओर से जारी लाकडाउन में ट्रेन सेवाएं रद्द हो गयी हैं. इसकी अवधि समाप्त होने से पहले ही तेलंगाना और उत्तर प्रदेश समेत कुछ अन्य राज्यों ने लाकडाउन की अवधि बढ़ाने की मांग केंद्र सरकार से कर दी. इसी बीच राज्य सरकार ने स्पष्ट तौर पर लाकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने की घोषणा कर दी. बाद में केंद्र सरकार ने भी लाकडाउन की अवधि को तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया है.
कोरोना को रोकने के लिए सभी सरकारें जनता से सामाजिक दूराव रखने की अपील कर रही हैं. इस दौरान लोगों को घर में ही रहने पर जोर दिया जा रहा है. हालात को देखते हुए जागरूक यात्रियों ने आईआरसीटीसी से बुक कराये गये टिकटों को रद्द कर दिया. टिकट रद्द करने के बाद देखा गया कि विपदा के समय में भी आईआरसीटीसी ने शुल्क काट लिया है. इससे यात्रियों में गुस्सा का माहौल है. लोगों ने सरकार से आईआरसीटीसी से काटी गयी रकम को वापस दिलाने की मांग की है.