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भारत में अनुवादात्मक और बुनियादी विज्ञान अनुसंधान की भूमिका पर हुई चर्चा
ब्रह्मपुर। आईजर ब्रह्मपुर ने भारतीय शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के साथ साझेदारी में स्प्रिंगर नेचर इंडिया रिसर्च टूर की पृष्ठभूमि पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। भारत में अनुवाद और बुनियादी विज्ञान अनुसंधान की भूमिका पर भारत की अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए और संकाय सदस्यों, आईजर ब्रह्मपुर के अनुसंधान विद्वानों और स्प्रिंगनरनेचर टीम के साथ चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में छात्रों, अनुसंधान विद्वानों और संकाय सहित 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रोफेसर अशोक के गांगुली, निदेशक आईजर ब्रह्मपुर ने अनुसंधान के महत्व को बताते हुए स्वागत भाषण दिया। अरेंड कुस्टर, निदेशक अकादमिक मामले और एड गेर्स्टनर, अनुसंधान पर्यावरण गठबंधन के निदेशक, स्प्रिंगर नेचर ने “प्रकाशन अनुसंधान प्रभाव” पर प्रकाश डाला। डॉ निहार के पात्र, लाइब्रेरियन, आईजर ब्रह्मपुर ने अनुसंधान संचार में पुस्तकालय संसाधनों और पुस्तकालय की भूमिका पर बात रखी।
इस दौरे का प्राथमिक उद्देश्य युवा शोधकर्ताओं की प्रतिभा का पोषण करके और ज्ञान प्रसार के लिए एक समावेशी वातावरण बनाकर भारतीय अनुसंधान परिदृश्य को मजबूत करना था। इस दौरे के मूल सिद्धांतों में से एक है अनुसंधान को लोकतांत्रिक बनाना, उन वार्तालापों को बढ़ावा देना, जो सभी के लिए पहुंच सुनिश्चित करने और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को बढ़ावा देने के इर्द-गिर्द घूमते हैं। स्प्रिंगर नेचर इंडिया के प्रबंध निदेशक वेंकटेश सर्वसिद्धि ने पूरे भारत में अनुसंधान, नवाचार और ज्ञान-साझाकरण को बढ़ावा देने के लिए अपना व्यापक दृष्टिकोण साझा किया।