भुवनेश्वर. विश्व में महामारी बने अदृश्य कोरोना वायरस से आज हर कोई अपने अपने स्तर पर जंग लड़ रहा है। कोई अपने घरों में कैद होकर, तो कोई भूखे-प्यासे लोगों को खाना खिलाकर इस लड़ाई को जीतने की कोशिश में लग गया है। ऐसे में इस लड़ाई को सफल बनाने के लिए दिन रात एक करने वाले पुलिस बल के जवानों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए युवा समाजसेवी ने जो भार अपने कंधों पर लिया उसकी चर्चा आज राजधानी में चहुंओर हो रही है। इस युवा समाजसेवी का नाम नवरतन बोथरा है, जिसने प्रशासन के साथ मिलकर पर मात्र 10 दिन के अन्दर 5 हजार वाइजर बनवाकर कोरोना से लड़ने वाले वीर जवानों के लिए प्रशासन को सुपुर्द किया है।
इस युवा ने बताया कि पुलिस आयुक्त सुधांशु षड़ंगी एवं अतिरिक्त आयुक्त संजय सिंह के आग्रह पर हमने यह काम अपने हाथ में लिया। सामाजिक दूराव का अनुपालन करते हुए हमने इस कार्य में 8 कारीगरों को लगाया और 10 दिन में हमने 5000 से अधिक वाइजर तैयार कर प्रशासन को सुपुर्द कर दिया। इस कार्य को सफल बनाने में मेरे परिवार का हमें पूरा सहयोग मिला और सेवा के इस महत्त कार्य करने में हमें सफलता मिली। बोथरा ने बताया कि ओडिशा पुलिस एवं मीडिया के लोग इस कड़ाके की धूप में अपने कर्तव्य का निर्हवन रहें हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर वाइजर तैयार को करने का सुझाव पुलिस आयुक्त ने हमें दिया। उनसे अनुमति मिलने के बाद हमने अपना काम शुरू किया और परिणाम आज सबके सामने है। बोथरा ने बताया कि मास्क से केवल मुंह ही ढका रहता है, ऐसे में कार्य के दौरान कर्मवीरों को संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसके बचाव के लिए हमने वाइजर तैयार करवाया है जिससे मुंह, नाक के साथ पूरा चेहरा ढका रहता है। उन्होंने बताया कि वाइजर में प्रयोग होने वाली सामग्री के लिए हमने अपने कुछ दोस्तों की मदद ली थी। यह वाइजर अब 5000 से अधिक कर्मवीरों में इसे वितरित किया गया है। बोथरा ने नवभारत से बात करते हुए बताया कि किसी भी मीडिया कर्मी को वाइजर की जरूरत है तो हमसे संपर्क कर सकता है।