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सूचना मिलते ही लोगों ने मनाया जश्न
केंद्रापड़ा। केंद्रापड़ा की प्रसिद्ध मिठाई रसाबली को जीआई टैग मिल गया है। ज्योग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्री ऑफ इंडिया ने इसे जीआई टैग प्रदान किया है। इससे रसाबली तैयार करने और बेचने वाले हलवाइयों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इसकी सूचना मिलते ही केंद्रापड़ा जिला के साथ-साथ राज्यभर के लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।
उल्लेखनीय है कि केंद्रापड़ा मिष्ठान्न रसाबली संघ रसाबली मिठाई को जीआई टैग दिलाने के लिए लड़ रहा था। रसाबली अब केंद्रापड़ा की पहचान बन गई है। यह मिठाई ओड़िया परंपरा का एक हिस्सा है। पुरी श्रीमंदिर में भगवान श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा को अर्पित की जाने वाली 56 प्रकार की वस्तुओं में से, जिन्हें छप्पन भोग कहा जाता है, उनमें से एक रसाबली भी है। यह मिठाई केंद्रापड़ा के बलदेवजी मंदिर में भी चढ़ाई जाती है।
उपर्युक्त संघ ने सबसे पहले 2021 में इस मिठाई के लिए जीआई टैग की मांग की थी। बाद में राज्यसभा सांसद सुभाष सिंह के नेतृत्व में ओडिशा के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की थी और मिठाई के लिए जीआई टैग की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।