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गृह राज्य मंत्री तुषार कांति बेहरा ने विधानसभा में किया खुलासा
भुवनेश्वर। पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य में नदियों और समुद्र सहित विभिन्न जलाशयों में डूबने से कुल 1,772 लोगों की मौत हो गई है। गृह राज्य मंत्री तुषार कांति बेहरा ने सोमवार को ओडिशा विधानसभा में धर्मगढ़ से बीजद विधायक मौसाधी बाग के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह खुलासा किया। मंत्री द्वारा साझा किए गए ब्रेक-अप के अनुसार, वर्ष 2022 में डूबने से 726 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 2021 में 576 और 2020 में 469 लोगों की जान गई। आंकड़ों पर गौर करने से पता चलता है कि राज्य में डूबने से होने वाली मौतों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। साल 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में डूबने से मौत के मामलों में 22.81% की वृद्धि हुई है, वहीं पिछले वर्ष (2021) की तुलना में 2022 में मामलों में 26.04% की वृद्धि हुई। मंत्री ने बताया कि त्योहारों के दौरान बचाव के लिए अग्निशमन सेवा कर्मियों और आपातकालीन सेवाओं के कर्मियों को आवश्यक उपकरणों के साथ नदी तटों के पास संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया जाता है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील स्थानों पर नदी में स्नान करने से बचने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि राज्य में नदियों और समुद्र में डूबने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, इसलिए सभी फायर स्टेशन कर्मचारियों को अपने अधिकार क्षेत्र के तहत संबंधित क्षेत्रों में ऐसे संवेदनशील स्थानों की पहचान करने और जागरूकता पैदा करने के लिए कदम उठाने के लिए कहा गया है।