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पांडियन के दौरे पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तोड़ी चुप्पी

  • विपक्ष के हर सवाल का दिया जवाब

  • कहा-विभिन्न स्थानों पर स्वयं जाकर लोगों की शिकायतें लेकर समाधान के लिए मैंने सीएमओ को दिया था निर्देश

भुवनेश्वर। राज्य में 5-टी सचिव वीके पांडियन के दौरों को लेकर लगातार विपक्ष के हमले के बीच मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज अपनी चुप्पी तोड़ी। विधानसभा में विपक्षी भाजपा के विधायकों के हंगामों के बीच मुख्यमंत्री ने अपना बयान दिया है। अपने बयान में कहा है कि उन्होंने खुद सीएमओ को विभिन्न स्थानों में जाकर लोगों से शिकाय़तें लेने के साथ-साथ उनके समाधान करने के लिए निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के बयान देते समय भाजपा के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम के नीचे राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान मंत्री बड़ा, या सचिव बड़ा, लोकतंत्र की हो रही है हत्या, जैसे नारे लगाये जा रहे थे। सुबह 11.30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सदन में बयान दिया। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा कि कोविद के बाद से लोग मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में आ नहीं पा रहे थे और न ही उनकी शिकायतों को पहुंचा पा रहे थे। कोविद के बाद शिकायतों की मात्रा कम होने के बाद मेरे निर्देश पर मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ लोगों के पास गया।

43,563 शिकायतों का समाधान

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ छह माह में कुल 190 स्थानों पर गया है। वहां पर 57, 442 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इसमें से 43,563 शिकायतों का समाधान किया गया है। आगामी 2-3 माह में शेष समस्याओं का भी निपटारा किया जाएगा।

मंत्रियों का महत्व नहीं घटा

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिकायक प्रकोष्ठ हमेशा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा संचालित होता है। इसमें किसी प्रकार की मंत्री की आवश्यकता नहीं है। शिकायतें मिलने के बाद विभागों के अनुसार मंत्रियों के तत्वावधान में इनका समाधान किया जाता है।

हेलीकॉप्टर पर 40 करोड़ हुए खर्च

मुख्यमंत्री ने कहा कि 57, 442 शिकायतों के लेने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था। साढे तीन सालों में कुल 40 करोड़ रुपये की राशि इस बाबत खर्च हुई है। एक माह में एक से डेढ करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है।

विपक्ष पर किया पलटवार

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि विपक्ष द्वारा लायी गई यह शिकायत पूर्ण रुप से मिथ्या है। लोगों के बीच में भ्रम उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है। विपक्ष के लोगों को खुश होना चाहिए कि ऐसा करने के कारण लोगों की समस्याओं का समाधान हो रहा है। लोगों की समस्याओं का समाधान किए जाने पर विपक्ष क्यों दुखी हैं, यह मेरे समझ से परे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के जनविरोधी कार्यों का राज्य की जनता उचित जवाब देगी। इस दौरान हंगामे न रुकता देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को दोपहर चार बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।

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