राजेश दाहिमा, राजगांगपुर
बड़गांव समीप बरंगाकछार गांव में ग्रामीणों ने एक फर्जी पत्रकार को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. जानकारी के अनुसार, मंगलवार की शाम साढ़े सात बजे सुंदरगढ़ हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी सीताराम बेहरा (५६) बड़गांव थाना अंतर्गत बरंगाकछार गांव में पत्रकार बन कर समाचार कवरेज करने गया.
आरोप है कि गांव पहुंचने पर वह एक महिला के घर गया. नौकरी का झांसा देकर रुपये ऐंठने का प्रयास किया। वहीं उसने हरिश्चंद्र योजना के तहत बीस हजार रुपये दिलवाने की बात कही और घूस देने की मांग रखी। हरिश्चंद्र योजना के तहत बीस हजार रुपये दिलवाने की बात पर मौजूद कुछ ग्रामीणों को उस पर शक हुआ । ग्रामीणों को पता था कि हरिश्चंद्र योजना के तहत सिर्फ दो हजार रुपये ही मिलता है. पत्रकार की बातचीत के दौरान कुछ लोगों ने बड़गांव पुलिस को फोन पर खबर कर दी. खबर मिलते ही बड़गांव थाना प्रभारी सूर्य कांत दास मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल करने लगे.
पुलिस ने पत्रकार को प्रेस कार्ड दिखाने को कहा, मगर तथाकथित पत्रकार ने सुंदरगढ़ डीपीआरओ के द्वारा दिया गया पुराना गेट पास दिखाया, जिसमें उसका नाम का जिक्र था। इस मौके पर पुलिस ने कई सवाल पूछे, लेकिन वह कोई भी सही उत्तर नहीं दे पाया. पुलिस उसे लेकर उक्त महिला के घर गई, जहां पत्रकार हरिश्चंद्र योजना में बीस हजार रुपये सह नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ऐंठने की कोशिश कर रहा था. महिला से पूछताछ करने के बाद पुलिस उसे पकड़ कर थाना ले आई और दफा ३९/४१९/४२० के तहत मामला दर्ज कर आज कोर्ट भेज दिया.
आरोप है कि यह तथाकथित पत्रकार एक सप्ताह पहले सुंदरगढ़ के सबडेगा ईटाभट्टा में आरआई बन कर गया था और उसके पहले सुंदरगढ़ श्रम अधिकारी बन कर रुपये ऐंठकर फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने पकड़कर जेल भी भेजा था। जेल से आने के बाद ये फर्जी पत्रकार गांव के ग्रामीणों को निशाना बनाने की फिराक में था.