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हीराकुद के 10 गेट खोले गए
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव वाले क्षेत्र के कारण ओडिशा के कई हिस्सों में भारी वर्षा की गतिविधियां जारी होने के बावजूद बाढ़ की संभावना नहीं है। राज्य जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख भक्त रंजन मोहंती ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। महानदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगभग 37 मिमी औसत वर्षा हुई। हीराकुद बांध में लगभग 2,00,000 क्यूसेक का अधिकतम प्रवाह होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमने हीराकुद के 10 द्वार खोल दिए हैं और जलाशय का वर्तमान जल स्तर 6 28.77 फीट है। खैरामल में जल प्रवाह 1,27,000 क्यूसेक है और मुंडली में यह लगभग 92,000 क्यूसेक है। हमें उम्मीद है कि खैरामल और उसके बाद मुंडली में बाढ़ के पानी का अधिकतम प्रवाह लगभग 4,50,000 से 5,00,000 क्यूसेक होगा। मोहंती ने कहा कि
हीराकुंड के डाउनस्ट्रीम में ज्यादा बारिश नहीं हुई है, जबकि अपस्ट्रीम में बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हम शाम को बारिश की स्थिति का आकलन करेंगे और जरूरत पड़ने पर और गेट खोले जाएंगे। मोहंती ने कहा कि ओडिशा में बाढ़ की कोई स्थिति नहीं है।