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अंडे से किए गए हमले के बाद नवीन पटनायक की कार्यशैली पर साधा निशाना
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कहा- नवीन के शासन में आधुनिक लोकतांत्रिक राजनीतिक गुलामी नीति है प्रचलित
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लोग इसे अपनाने के लिए हो रहे हैं मजबूर
भुवनेश्वर। गंजाम जिले के दौरे के दौरान अंडे के किए गए हमले का सामना करने के एक दिन बाद गोपालपुर विधायक प्रदीप पाणिग्राही ने अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ओडिशा में नवीन पटनायक के शासन में आधुनिक लोकतांत्रिक राजनीतिक गुलामी नीति प्रचलित है। कई लोग इसे अपनाने के लिए मजबूर हो रहे हैं और यह राज्य के लोगों के लिए अभिशाप है।
पाणिग्राही ने आरोप लगाया कि 5-टी सचिव ने राजनीतिक नेताओं को अपनी गुलामी के लिए मजबूर करके ‘आधुनिक लोकतांत्रिक गुलामी नीति’ अपनाई है। ऐसी प्रशासन प्रणाली ने मेरे सहित कई नेताओं को आहत किया है। इस तरह की नीति के कारण प्रशासन ध्वस्त हो गया है।
मुख्यमंत्री पर चुप रहने का आरोप
बीजद विधायक पाणिग्राही ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर चुप रहने का आरोप लगाते हुए आगे कहा कि ऐसी स्थिति के लिए नवीन पटनायक खुद जिम्मेदार हैं। यह स्वीकार करना मुश्किल है कि एक व्यक्ति, जो महान बीजू पटनायक का बेटा है, ऐसा कैसे कर सकता है।
नेता-पूर्व प्रशासनिक अधिकारी विचार व्यक्त करें
उन्होंने कहा कि जब राज्य में राजनीतिक गुलामी अपनाई जा रही हो, तो महान बीजू बाबू के बेटे का चुप रहना अच्छा नहीं लगता। पाणिग्राही ने पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों और सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों से इस पर अपने ईमानदार विचार व्यक्त करने और जो भी सही है, उसके लिए बोलने का आग्रह किया।
गंजाम में बीजद नेता पर फेंके गए अंडे
उल्लेखनीय है कि बीजद कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कथित तौर पर लांजीपल्ली फ्लाईओवर के पास गोपालपुर विधायक प्रदीप पाणिग्राही को रोक लिया। विधायक के समर्थकों और सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस और हाथापाई हुई।
पांडियन ने विधायक-सीएम की अंधरूनी बातें उठाई
इसके साथ 5-टी सचिव वीके पांडियन ने कल गंजाम के कनिशी में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान गोपालपुर विधायक प्रदीप पाणिग्राही पर परोक्ष हमला किया। पांडियन ने कहा कि कोविद के दौरान, एक जनप्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री को फोन किया और कहा कि हमें बाहर रहने वाले गंजाम के लोगों की वापसी की अनुमति नहीं देनी चाहिए, क्योंकि इससे जिले में कोविद की स्थिति खराब हो जाएगी। हमें पहले जीवित रहना चाहिए, फिर दूसरों के बारे में सोचना चाहिए। उनकी इस बात मुख्यमंत्री गुस्साए और हमसे बाहर से निवासियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए कहा।
सीएम मामले पर स्पष्टीकरण दें – प्रदीप
ऐसे बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाणिग्राही ने आज कहा कि कोविद काल के दौरान उन्होंने जो कुछ भी कहा उसके सबूत सीएमओ के पास होंगे। इसलिए सीएम को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। हालांकि सीएमओ या 5-टी सचिव से कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी थी।
पांडियन ने बिल्कुल सच कहा – रमेश चंद्र
इधर, बीजद नेता रमेश चंद्र चाउपटनायक ने कहा कि पांडियन ने जो भी कहा वह सच है। जब गंजाम जिला कोविद-19 से जूझ रहा था, तब पाणिग्राही और उनके दोस्त मुंबई और दिल्ली में छुट्टियां बिता रहे थे। पाणिग्राही ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें उनकी वापसी के बारे में पता नहीं है और उन्होंने जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। एक विधायक को अपने संविधान की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, लेकिन उसने इससे बचने की कोशिश की।