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बहन के बेटे के अंतिम संस्कार से लौटते समय जान देने के लिए पहुंची रेलवे लाइन पर
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कथित साजिश की भेंट चढ़े डीआईजी बृजेश राय का हुआ तबादला
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आस्का थाने को देश का नंबर बनाने को लेकर प्रसिद्ध हुए ब्रिजेश राय
भुवनेश्वर। अनुगूल जिले के रानीगुड़ा में तनावग्रस्त एक महिला होमगार्ड ने आत्महत्या के प्रयास के दौरान अपने दोनों पैर गवा दिया है। बताया जाता है कि वह अपनी बहन के बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होकर लौट रही थी। इसी दौरान महिला होमगार्ड ने आत्महत्या करने का प्रयास रेलवे लाइन पर जाकर किया। हालांकि इस दौरान उसके दोनों पैर कट गए हैं और वह कटक में एक निजी अस्पताल में भर्ती है। यह महिला होमगार्ड रानीगुड़ा की निवासी तथा डीआईजी बृजेश राय के घर पर आधिकारिक तौर पर तैनात थी।
सूत्रों का दावा है कि वह अपनी बेटी की शादी के बाद से ही तनाव में रहती थी। शादी के कुछ ही दिनों के बाद से उसकी बेटी और दामाद के बीच में अनबन शुरू हो गई और अब
पति के साथ संबंध खराब होने के कारण बेटी भी उसके साथ रहती है। इस कारण वह काफी तनाव में रहती थी। इसी बीच उसकी बहन के बेटे की मौत हो गई। माना जा रहा है कि बहन के बेटे के अंतिम संस्कार के बाद वह और भी तनावग्रस्त हो गई थी।
इस घटना में आज नाटकीय मोड़ उस समय आया, जब एक मानवाधिकार कार्यकर्ता जयंत दास ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) में शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में दास ने पुलिस डीआईजी और उनकी पत्नी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और होम गार्ड के लिए 30 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है, जिसे उन्होंने पुलिस अधिकारी के वेतन से देने की मांग की है।
इधर, महिला होम गार्ड सैरिन्द्री साहू ने डीआईजी बृजेश राय की पत्नी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया है और दावा किया कि यातना सहन करने में विफल होने के बाद उसने आत्महत्या के प्रयास में अपने दोनों पैर खो दिए। कटक के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
इस बीच, उत्तर मध्य रेंज के डीआईजी बृजेश राय को कटक पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने अपनी पत्नी पर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया है।
उन्होंने बताया कि वह पारिवारिक मुद्दों के कारण परेशान और तनाव में रहती थी। राय ने कहा कि हमारे परिवार ने उसके साथ कभी दुर्व्यवहार नहीं किया है। मेरी पत्नी अपने ही परिवार के एक सदस्य के रूप में उसे देखती थी और यथा संभव सलाह भी देती थी, ताकि वह तनाव मुक्त हो सके। इसके साथ ही राय ने आश्चर्य जताया कि इतना सबके बावजूद ऐसे विचार उसमें कहां आए, उन्हें पता नहीं है। मामले की जांच हकीकत सामने लाएगी।
इधर, इस घटना से स्थानीय पुलिस प्रशासन भी स्तब्ध है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ब्रिजेश राय काफी साफ छवि वाले अधिकारी हैं। उनके यहां उनकी पत्नी का व्यवहार काफी आत्मनीय देखा गया है। राय हमेशा सभी कर्मचारियों के साथ मिलकर काम करते थे और ऐसे ही माहौल में काम करने के लिए प्रेरित करते। पुलिस सूत्रों ने आश्चर्य जताया है कि महिला होमगार्ड ने ऐसा बयान क्यों दिया है। साथ ही यह बताया कि राय के नेतृत्व में ही गंजाम के आस्का थाने ने देश में शीर्ष थाना होने का गौरव हासिल किया था। इधर, स्थानीय इलाके में इस घटना में साजिश होने की बात को लेकर भी चर्चा हो रही है।