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गांव में स्थिति वस्तु जानने पहुंचे अधिकारी
भुवनेश्वर। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान चार वर्षीय सोनाली दास के भाषण के बाद ब्लॉक प्रशासन अपनी गहरी नींद से जाग उठा और कोरापुट जिले के दशमंतपुर ब्लॉक के अंतर्गत पदुगुड़ा क्षेत्र के ग्रामीणों के पास पहुंचा। छोटी लड़की के भाषण ने प्रशासन को हरकत में आने और उस गांव तक पहुंचने के लिए मजबूर कर दिया है, जो कथित तौर पर उपेक्षा का शिकार था।
दशमंतपुर बीडीओ, सहायक अभियंता, जल एवं स्वच्छता विभाग, शिक्षा विभाग, पशुधन विभाग और आपूर्ति अधिकारियों के अधिकारियों ने गांव का निरीक्षण किया और ग्रामीणों के साथ बैठक की।
दशमंतपुर बीडीओ दंबरुधर मल्लिक ने कहा कि छोटी बच्ची के वायरल भाषण के बाद जमीनी हकीकत जानने के लिए ब्लॉक प्रशासन गांव पहुंचा। गांव की मुख्य समस्या कनेक्शन और संचार है। गांव में कोई उचित सड़क संपर्क और अन्य नेटवर्क सुविधाएं नहीं हैं।
बीडीओ ने इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के लिए गांव की सभी समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराने का आश्वासन दिया है।
अधिकारियों के दौरे से उन ग्रामीणों को राहत मिली है, जिनकी कई वर्षों से सुनवाई नहीं हो रही थी। उन्होंने अब उनकी शिकायतों का समाधान नहीं होने पर आगामी 2024 चुनावों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
एक स्थानीय तरुण सौंटा ने कहा कि बीडीओ ने इंजीनियरों और अन्य ब्लॉक अधिकारियों के साथ गांव का दौरा किया। हमें उम्मीद है कि अधिकारियों के दौरे के बाद गांव में विकास कार्य शुरू हो जाएंगे। अगर इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया गया तो हम आगामी चुनावों का बहिष्कार करने के लिए मजबूर होंगे।
गौरतलब है कि कोरापुट सरस्वती शिशु मंदिर की छात्रा सोनाली दास ने अपने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आमंत्रित अतिथियों के सामने अपने गांव की समस्याएं बताई थीं।
अपने प्यारे भाषण के दौरान उसने बताया कि हमारे गांव से कोई सड़क संपर्क नहीं है। हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हमारे पास पीने के पानी की सुविधा नहीं है। हमारे गांव में कोई कुआं या ट्यूबवेल नहीं है। हम एक गड्ढे से पानी इकट्ठा कर रहे हैं। जब भी कोई बीमार पड़ता है तो हम उसे खाट पर लादकर मेडिकल ले जाते हैं। चूंकि कोई टेलीकॉम टावर नहीं है, हम मोबाइल फोन का उपयोग नहीं कर सकते। सरकारी अधिकारी गांव के विकास की बात कह रहे हैं, लेकिन हमारे गांव में कोई विकास नहीं हुआ है।