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बीजद विधायक ने कहा-राज्य के लिए बेहतर होता अगर हम अपनी विकास प्रक्रिया में गैर ओड़िया लोगों को शामिल कर पाते
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भाजपा नेत्री सुनीति मुंड ने तंज कसते हुए बीजद नेता के प्रति जताया आभार
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कहा- काफी देर बाद सत्तारूढ़ दल के किसी सदस्य को आई आप्रवासियों की याद
भुवनेश्वर। हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से पत्रकारों, साहित्यकारों और आप्रवासीय लोगों के लिए वित्तीय पैकेज की मांग के बाद सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक तथा पत्रकार सौम्य रंजन पटनायक ने आप्रवासियों के मामले में अपनी सरकार पर विफलता का आरोप लगाया है। इस बयान को लेकर भाजपा नेत्री डा सुनीति मुंड ने बीजद नेता के प्रति आभार जताते हुए तंज कसा है कि काफी समय बाद आप्रवासियों की याद आई है।
बीजद नेता और खंडापाड़ा विधायक सौम्य रंजन पटनायक ने कल शुक्रवार को ओडिशा सरकार पर आप्रवासियों को ओडिशा में बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया।
पत्रकारों से बात करते हुए पटनायक ने कहा कि राज्य में जो लोग सफल हैं, वे ओडिशा छोड़कर दूसरे राज्यों या विदेशों में जा रहे हैं। ओडिशा उनकी बुद्धिमत्ता और सेवाओं से वंचित है। हमारे यहां ओडिशा में कोई ‘ए टीम’ नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह हमारे राज्य के लिए बेहतर होता अगर हम अपनी विकास प्रक्रिया में गैर-आवासीय ओड़िया लोगों को शामिल कर पाते।
मंत्री बनाम नौकरशाही पर बहस के बारे में बोलते हुए पटनायक ने कहा कि अगर मंत्री चाहें तो उच्च पद ले सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से वे ऐसा नहीं चाहते। शायद इसलिए हमारे पास ओडिशा में राजनेताओं पर राजनीति को नियंत्रित करने वाले नौकरशाह हैं।
इस दौरान बीजद नेता अनुभव पटनायक के बयान सौम्य रंजन पटनायक ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अनुभव ने कहा था कि सौम्य रंजन पटनायक बीजद पर हमला इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इस पर सौम्य रंजन ने कहा कि अनुभव पटनायक जवाब देने के लिए शायद ही कोई महान नेता हो। मैं उनके बयानों को ज्यादा महत्व नहीं देता। सौम्य पटनायक ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वह ये सब खुद कह रहे हैं या कोई उनसे ऐसा कहलवा रहा है।
इससे पहले सौम्य पटनायक ने ओडिशा भर में 5-टी के हेलीकॉप्टर से दौरों को लेकर कटाक्ष किया था, जिससे कथित तौर पर राज्य के खजाने को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इधर, भाजपा नेत्री डा सुनीति मुंड ने बीजद नेता सौम्य रंजन पटनायक के इस बयान को लेकर राज्य सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ओडिशा के विकास में लंबे समय से आप्रवासियों का योगदान कहीं अधिक रहा है, लेकिन राज्य सरकार को इनका ध्यान नहीं रहा है। सुनीति मुंड ने सौम्य रंजन पटनायक के प्रति आभार जताते हुए कहा कि चलो कम से कम सत्तारूढ़ दल के किसी सदस्य को आप्रवासियों की याद आई। मुंड ने कहा कि मैं पहले ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष पत्रकारों, गैरपत्रकारों, साहित्यकारों और आप्रवासियों की समस्याओं को रखा है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया है। डॉ सुनीति मुंड ने कहा कि इस खबर के बाद बीजद की नींद खुल रही है।
वित्त मंत्री से पत्रकारों, साहित्यकारों और आप्रवासियों के लिए विशेष पैकेज की मांग