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आगामी तीन दिनों में तैयार होगा और एक पांच सौ बेड का कोरोना अस्पताल
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कीम्स में 24 घंटे सबसे अच्छी सेवा मिलेगी- डा अच्युत सामंत
भुवनेश्वर. भुवनेश्वर और कटक में 650 बेड वाले दो कोरोना अस्पताल तैयार हो गया है. भुवनेश्वर में कीम्स में पांच सौ बेड वाले कोरोना अस्पताल तैयार हो गया है, जबकि कटक के अश्विनी अस्पताल में 150 बेड वाले कोरोना अस्पताल तैयार हो गया है. ओडिशा खनिज निगम ने इन दोनों अस्पतालों के लिए आर्थिक सहयोग किया है. दोनों अस्पताल तैयार हो जाने के कारण मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कीम्स व अश्विनी अस्पताल के प्रबंधन को धन्यवाद दिया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने इन अस्पतालों में काम करने वाले डाक्टर, नर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से बात कर उनकी सेवा भावना की सराहना की.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि कोराना के मरीजों के लिए समस्त प्रकार स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार तैयार है, लेकिन उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी, हाथ धोने तथा लाकडाउन को मान कर ही इस बीमांरी पर विजय प्राप्त किया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार कोरोना के मरीजों का निःशुल्क चिकित्सा कराने की बात पहले ही कह चुकी है. भुवनेश्वर के सम अस्पताल व आईएमएस द्वारा संचालित एक और पांच सौ बेड का कोरोना अस्पताल आगामी तीन दिनों के अंदर बन कर तैयार हो जाएगा. राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि इस अस्पताल को महानदी कोल फिल्ड्स आर्थिक सहयोग दे रहा है.
कीम्स द्वारा संपूर्ण संचालित इस अस्पताल के लिए ओएमसी के सीएसआर से आवश्यक उपकरण मिलेगा तथा अस्पताल को चलाने के लिये आवश्यक वित्तीय सहायता ओडिशा सरकार देगी. कीम्स, ओडिशा सरकार व ओएमसी के बीच हुए करारनामा के मुताबिक, यह अस्पताल बनाया गया है. गुरुवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक कीट व कीस के संस्थापक अच्युत सामंत, कीट विश्वविद्यालय के उपकुलाधिपति डाक्टर सुब्रत आचार्य व कीम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाक्टर विष्णु प्रसाद पाणिग्राही की उपस्थिति में यह अस्पताल चालू हुआ. इस कोरोना अस्पताल में 50 क्रिटिकल केयर बेड समेत कुल 500 बेड हैं. इस अस्पताल में सभी प्रकार के अत्याधुनिक उपकरण समेत अन्य सुविधाएं भी हैं.
कीम्स में पहले से निर्मित एक स्वतंत्र ब्लाक को ओडिशा कोविद-19 अस्पताल के लिए दिया गया है. इसके साथ स्वतंत्र डाक्टर, नर्स, पारामेडिकल कर्मी व हाउस किपिंग कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है. कीम्स परिसर से कोरोना से पीड़ित मरीज एवं कोरोना संदिग्ध के लिए स्वतंत्र प्रवेश व प्रस्थान की व्यवस्था की गई है. कीम्स में इलाज के लिए आ रहे मरीज कोरोना से संक्रमण व्यक्तियों के संपर्क में नहीं आएं, इसके लिए स्वतंत्र व्यवस्था की गई है. कीम्स के अन्य विभागों के साथ ओडिशा कोराना अस्पताल में किसी भी प्रकार के संपर्क नहीं है. डाक्टर सुब्रत आचार्य के नेतृत्व में एवं डाक्टर विष्णु प्रसाद पाणिग्राही इस अस्पताल के मुख्य के रूप में कार्य करेंगे. विश्व स्वास्थ्य संगठन व आईसीएमआर के निर्देशावली के अनुसार 24 घंटा मरीजों को यहां सबसे अच्छी सेवा उपलब्ध कराने की जानकारी संस्थापक सामंत ने दी है.