भुवनेश्वर: महान् शिक्षाविद् और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता प्रो अच्युत सामंत को ग्वाटेमाला के दो विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट की डिग्री से सम्मानित किया गया । प्रो सामंत को ग्वाटेमाला रूरल विश्वविद्यालय और माया काकचिकेल विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की मानद डिग्री से सम्मानित किया गया । यह प्रो अच्युत सामंत की 54वीं और 55वीं मानद डॉक्टरेट की डिग्री है। उन्हें यह सम्मान शिक्षा और समाज सेवा, खासकर आदिवासी शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया । ग्वाटेमाला के ग्रामीण विश्वविद्यालय के रेक्टर और संस्थापक फिदेल रेस ली ने विश्वविद्यालय के एक विशेष कार्यक्रम में प्रो अच्युत सामंत को 54वीं डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। इसी प्रकार प्रो सामंत को 55वीं मानद डॉक्टरेट की डिग्री माया काकचिकेल विश्वविद्यालय द्वारा एक अनोखे तरीके और एक विशेष स्थानीय आदिवासी परंपरा में प्रदान की गई।
चूंकि यह विश्वविद्यालय एक आदिवासी विश्वविद्यालय है, इसलिए उनकी परंपरा के अनुसार, सबसे पहले उनके देवता की पूजा की गई और प्रो सामंत को मानद उपाधि प्रदान करने की अनुमति दी गई। बाद में पूरी तरह से हरे-भरे और प्राकृतिक वातावरण में प्रो सामंत और उन्हें मिलनेवाली मानद डॉक्टरेट की डिग्री ग्वाटेमाला की आदिवासी परंपराओं के अनुसार 4 घंटे तक पूजा की गई। इस मौके पर एक अनोखे अंदाज में जश्न मनाया गया। कार्यक्रम में माया काकचिकेल विश्वविद्यालय के संस्थापक, वहां के नोबेल पुरस्कार विजेता, ग्वाटेमाला में भारतीय राजदूत और विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण उपस्थित थे।