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बारूद, कच्चा माल, पैंगोलिन स्केल और हिरण के सींग भी जब्त
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सिमिलिपाल अभयारण्य को शिकारी मुक्त करने के अभियान के तहत पुलिस को मिली सफलता
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बौध में पिता-पुत्री भी शिकारी होने के आरोप में धराए
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
ओडिशा के मयूरभंज और बौध जिले में बीते 24 घंटे के दौरान पिता-पुत्री समेत 26 शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके बाद काफी मात्रा में बंदूकें, राइफल, अन्य विस्फोटक तथा आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई हैं।
जानकारी के अनुसार, मयूरभंज पुलिस ने 21 शिकारियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 165 बंदूकें जब्त की हैं। एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 14 थाना क्षेत्रों में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया और शिकारियों को गिरफ्तार किया।
यह जानकारी पुलिस अधीक्षक बी गंगाधर ने देते हुए बुधवार को बताया कि पुलिस की टीम ने उनके कब्जे से 165 देशी बंदूकें, बारूद, कच्चा माल, पैंगोलिन स्केल और हिरण के सींग भी जब्त किए।
उल्लेखनीय है कि सिमिलिपाल अभयारण्य में अवैध शिकार बड़े पैमाने पर होता है। इस दौरान शिकारियों ने दो वन अधिकारियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद सिमिलिपाल अभयारण्य को शिकारी मुक्त करने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया। इस अभियान के तहत पुलिस को यह सफलता मिली है।
इधर, एक अन्य घटना में बौध जिले में मंगलवार को वन कर्मियों ने अवैध शिकार के आरोप में पिता-पुत्री समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों की पहचान पद्मटोला गांव के उत्तम प्रधान और उनकी बेटी सावित्री माझी के रूप में बताई गई है। क्षेत्र में अवैध शिकार गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद कुसंगा वन्यजीव प्रभाग के वनकर्मियों ने मंगलवार तड़के दो स्थानों की तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान जब उत्तम और सावित्री के घर की तलाशी ली गई, तो शिकार के सबूत और वन्यजीव से संबंधित सामान मिले। जब वे वस्तुओं का पूरा हिसाब देने में असमर्थ रहे, तो उत्तम और उनकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से दो देसी राइफलें, खतरनाक विस्फोटक, भारतीय पैंगोलिन स्केल और अन्य सामान जब्त किए गए।