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खुफिया जानकारी की आधार पर जांच के दौरान ईओडब्ल्यू ओडिशा को मिली सफलता
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सोलर टेक्नो एलायंस के भारत और ओडिशा प्रमुख गिरफ्तार, सभी खाते हुए फ्रीज
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एसटीए में शामिल कुल धनराशि 1000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान
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फिल्म सुपरस्टार गोविंदा कर रहे थे प्रचार-प्रसार
भुवनेश्वर। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), ओडिशा ने भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो-पोंजी घोटाले का भंडाफोड़ किया है। ईओडब्ल्यू ने एक मामले की जांच करते हुए राजस्थान के श्रीगंगानगर से एसटीए क्रिप्टो टोकन के भारत प्रमुख गुरतेज सिंह सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है। सिद्धू के अलावा ईओडब्ल्यू ने ओडिशा के भद्रक के निरोद दास को भी गिरफ्तार किया है। निरोद दास एसटीए (सोलर टेक्नो एलायंस) के ओडिशा प्रमुख हैं। सोलर टेक्नो एलायंस को सितंबर 2021 में लॉन्च किया गया था। इसके सभी खाते फ्रीज कर दिए गए हैं और एसटीए में शामिल कुल धनराशि 1000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।
ईओडब्ल्यू के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि एसटीए ने पिछले सप्ताह गोवा के एक सितारा होटल में भव्य जश्न मनाया था। इस दौरान आयोजित एक बैठक में ओडिशा के कई लोगों सहित एक हजार से अधिक अप-लाइन सदस्यों ने भाग लिया था। यह जानकारी ईओडब्ल्यू की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है। बताया जाता है कि फिल्म स्टार गोविंदा इस बैठक उत्सव के मुख्य अतिथि थे। गोविंदा ने एसटीए का प्रचार करते हुए कुछ वीडियो भी जारी किया है।
खुफिया जानकारी पर शुरू हुई जांच
बताया गया है कि ईओडब्ल्यू ने खुफिया जानकारी मिलने के बाद जांच शुरू की थी कि ओडिशा में विशेष रूप से भद्रक, बालेश्वर, भुवनेश्वर, मयूरभंज, जाजपुर, केंद्रापड़ा और केंदुझर जिलों में एक क्रिप्टो मुद्रा आधारित पोंजी घोटाला चलाया जा रहा है। एसटीए ने इन जिलों में कुछ अप-लाइन सदस्यों के माध्यम से लोगों को इस योजना में शामिल होने और बहुत कम समय में भारी पैसा कमाने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रचार उपकरणों का इस्तेमाल किया। साथ ही यह भी पाया गया कि सदस्यों ने अपने दैनिक व्यवसाय में कानूनी निविदा की तरह एसटीए टोकन का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
देश में दो लाख व ओडिशा में 10 हजार सदस्य
अनुमान लगाया गया है कि ओडिशा के 10,000 से अधिक लोग पहले ही इस योजना के सदस्य बन चुके हैं। देश में मुख्य रूप सेपंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और असम जैसे राज्यों में इस योजना के 2 लाख से अधिक सदस्य हैं। जांच के दौरान पता चला है कि एसटीए (सोलर टेक्नो एलायंस) को सितंबर 2021 में लॉन्च किया गया था। इसका दावा है कि यह एक वन स्टॉप सोलर टेक्नोलॉजीज सेवा है, जो उपयोगकर्ताओं को ब्लॉक चेन तकनीक का उपयोग करके कम से कम समय में निकटतम किसानों से उनकी पसंद की कोई भी चीज ऑर्डर करने में सक्षम करती है।
आरबीआई से अधिकृत नहीं
ईओडब्ल्यू ने जांच के दौरान पाया कि एसटीए जमा राशि एकत्र करने के लिए आरबीआई या किसी अन्य प्राधिकरण द्वारा अधिकृत नहीं है। एसटीए क्रिप्टो टोकन की आड़ में एक बड़ी पोंजी योजना चलाती है।
घोटाला छिपाने को सामाजिक लोकप्रिय शब्दों का उपयोग
ईओडब्ल्यू का दावा है कि एसटीए अपने क्रिप्टो-पोंजी घोटाले को छिपाने के लिए हरित ऊर्जा, सौर प्रौद्योगिकी जैसे सामाजिक रूप से लोकप्रिय शब्दों का उपयोग कर रहा है।
एसटीए की वेबसाइट आइसलैंड से होस्ट की जाती है, लेकिन इसकी व्यावसायिक गतिविधि भारत तक ही सीमित है।
शीर्ष नेतृत्व यूरोप का नागरिक
बताया गया है कि एसटीए का नेतृत्व एक युवा तथा हंगेरियन (यूरोप) नागरिक डेविड गीज़ द्वारा किया जाता है, जो कई बार भारत का दौरा कर चुका है। गुरतेज सिंह सिद्धू एसटीए भाषा में कोहिनूर नेतृत्व के शीर्ष स्तर तक पहुंच गया है और वह भारत में इस घोटाले का प्रमुख है। वह एक क्रिप्टो करेंसी विशेषज्ञ, एमएलएम गुरु, लाइफ कोच और एक प्रेरक वक्ता होने का भी दावा करता है।
प्रतिदिन $20 से $3000 कमाई का लालच
ईओडब्ल्यू का दावा है कि डेविड गीज और गुरतेज सिद्धू दोनों ने ओडिशा सहित भारत में कई स्थानों की यात्रा की है और विभिन्न एसटीए कार्यक्रमों में भाग लिया है। वे प्रचार और नए सदस्यों को पढ़ाने के लिए कई यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं।
सदस्यों से वादा किया जाता है कि यदि वे इस योजना में शामिल होते हैं और अपने अंतर्गत और सदस्यों को जोड़ते हैं, तो वे प्रतिदिन $20 से $3000 कमाएंगे। नए सदस्यों को जोड़ने पर सदस्यों को बोनस और विभिन्न रॉयल्टी मिलती है।
ओडिशा प्रमुख के बैंक खाते में 30 करोड़ से अधिक का लेनदेन
एसटीए के ओडिशा प्रमुख निरोद दास के बैंक खाते में 30 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन (क्रेडिट और डेबिट) देखा गया है। इसके अलावा उनके खातों में भारी मात्रा में नकदी जमा है, जिससे पता चलता है कि इस घोटाले में बहुत सारा काला धन लगाया गया है।