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सर्वेक्षण के लिए एएसआई के पत्र को लेकर लिया गया निर्णय
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रथयात्रा 2024 के दौरान होगा रत्नभंडार का सर्वे
पुरी। एक बड़े फैसले में श्रीमंदिर प्रबंध समिति ने ओडिशा सरकार से रथयात्रा-2024 के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को रत्न भंडार को फिर से खोलने और मरम्मत करने की अनुमति देने के लिए अनुरोध करने का निर्णय लिया है।
पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने प्रबंध समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए यह जानकारी दी। एएसआई द्वारा श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) को पत्र लिखकर रत्न भंडार का सर्वेक्षण करने की अनुमति देने का अनुरोध करने के बाद यह निर्णय लिया गया। वर्मा ने कहा कि एएसआई ने रत्न भंडार का निरीक्षण करने के लिए एसजेटीए के मुख्य प्रशासक को एक पत्र लिखा था। उन्होंने रथयात्रा के दौरान भंडार का निरीक्षण करने का अनुरोध किया है। खासकर उस समय जब भगवान गुंडिचा मंदिर के नौ दिवसीय प्रवास पर निकलते हैं। विस्तृत चर्चा के बाद प्रबंध समिति ने एएसआई को अगली रथयात्रा के दौरान रत्न भंडार का निरीक्षण करने की अनुमति देने के लिए राज्य सरकार को एक सिफारिश पत्र भेजने पर सहमति व्यक्त की। इस बीच एक तकनीकी समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें प्रबंध समिति के सदस्य, कुछ सेवायत और एएसआई के सदस्य शामिल होंगे, जो बाहरी रत्न भंडार की स्थिति का आकलन करने के लिए आधुनिक सर्वेक्षण तंत्र का उपयोग करेंगे। एएसआई निरीक्षण की रिपोर्ट अगली प्रबंध समिति की बैठक में पेश करेगा।
वर्मा ने कहा कि प्रबंध समिति ने आंतरिक रत्न भंडार को फिर से खोलने और मरम्मत के पूरे संचालन की निगरानी के लिए राज्य सरकार से सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के साथ एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का अनुरोध करने पर भी सहमति व्यक्त की।