-
कटक और भुवनेश्वर में जलनिकासी के लिए मेयरों ने अधिकारियों को दिया निर्देश
भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर और कटक शहरों में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में गंभीर जलभराव और जमा पानी की निकासी में देरी से निवासियों के गुस्से ने प्रशासन को चिंता में डाल लिया है। दोनों नगर निगमों के मेयर ने अधिकारियों को जलनिकासी तेज करने के साथ-साथ हालात पर नजर रखने का निर्देश भी दिया है। कई इलाकों से तेजी से पानी निकलने की समस्या उत्पन्न होने के बीच आज फिर से हो रही तेज बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी है। लोगों ने ऐसी स्थिति के लिए भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) और कटक नगर निगम (सीएमसी) को जिम्मेदार ठहराया है। हालात को देखते हुए बीएमसी मेयर सुलोचना दास ने कहा कि भुवनेश्वर में कल लगभग 259.2 मिमी बारिश हुई। नालों की क्षमता से अधिक पानी लोगों के घरों में घुस गया। हमने राजीव नगर और शहर के अन्य हिस्सों से निचले इलाकों से लोगों को निकाला था। दास के अनुसार, यह एक आपदा थी और कई लोगों ने आरोप लगाया कि गर्मियों के दौरान नाली चौड़ीकरण का काम क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हम कहना चाहते हैं कि कुछ लोगों ने नालों पर अतिक्रमण कर लिया है और कुछ मामलों में स्थगन आदेश है, जिसके कारण हम अतिक्रमण नहीं हटा पा रहे हैं। हम लोगों को समझाने की भी कोशिश कर रहे हैं और भूमि अधिग्रहण के लिए अधिक भुगतान कर रहे हैं।
भुवनेश्वर के अलावा, कटक के कई निचले इलाकों में भी लोगों को जलभराव के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा। कटक के मेयर सुभाष सिंह ने कहा कि झोला साही, मेरिया बाजार और गम्हड़िया तक के अन्य हिस्सों में समस्या है। हम वर्षा जल की निकासी सुनिश्चित करने में सफल रहे हैं। हालांकि, चल रहे बॉक्स ड्रेन निर्माण कार्य के कारण पानी की तेज निकासी में कुछ समस्याएं हैं। सिंह ने बताया कि सीएमसी ने शहर के विभिन्न इलाकों से पानी निकालने के लिए अपने स्वयं के लगभग 250 पंप और अन्य 20 हेवी ड्यूटी पंपों का उपयोग किया है।