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पुलिस अधिकारी ने आरोपों को नकारा
इण्डो एशियन टाइम्स, केंद्रापड़ा।
मार्शाघाई थाना अंतर्गत आश्रम बालिकुड़ा गांव के आकाश कुमार मिश्र नामक युवक ने आरोप लगाया है कि मार्शाघाई पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक ने उसे थर्ड-डिग्री यातना दी है। बताया जाता है कि आकाश की पत्नी ने घरेलू विवाद को लेकर आकाश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसे पुलिस स्टेशन बुलाया गया था।
आकाश ने आरोप लगाया कि जब वह थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे पीटना शुरू कर दिया।
आकाश ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुझे थाने में रखा और पूरे दिन मेरी पिटाई की। मेरा परिवार वहां था, लेकिन पुलिस अधिकारी ने इसकी परवाह नहीं की और मुझे थाने के अंदर पीटना जारी रखा। बताया जाता है कि पिटाई के बाद आकाश को मार्शाघई अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे इलाज के लिए कटक के एससीबी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
हालांकि, आईआईसी ने थर्ड डिग्री टॉर्चर के आरोपों से इनकार किया है। मीडिया को दिए गए बयान में आईआईसी ज्योतिरंजन सामंतराय ने कहा कि आरोप निराधार हैं। यहां तक कि एससीबी अस्पताल के अधिकारियों ने भी, जहां उनका इलाज चल रहा है, उनके शरीर पर किसी भी तरह की चोट से इनकार किया है।
उन्होंने कहा कि अगर उसे यहां इतनी बेरहमी से पीटा गया था, तो एससीबी अस्पताल ने उसे भर्ती होने के तुरंत बाद छुट्टी कैसे दे दी? अस्पताल की रिपोर्ट में भी उसे कोई चोट नहीं लगने की बात कही गई है।