Home / Odisha / राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पढ़ाया खुशी और शांति का पाठ

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पढ़ाया खुशी और शांति का पाठ

  • कहा-भौतिक परिवर्तन दे सकती है हमें खुशी

  • आध्यात्मिक मार्ग पर चलने से प्राप्त होती है मानसिक शांति

  • मानवता के लिए दोनों भौतिक व आध्यात्मिक विकास जरूरी

  • तमांडो दसबाटिया में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के डिवाइन लाइट हाउस शिलान्यास

भुवनेश्वर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज भुवनेश्वर के पास तमांडो दासबाटिया में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के डिवाइन लाइट हाउस यानी दैवीय आलोक भवन के लिए शिलान्यास किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने सेमिनार व सम्मेलन आयोजन करने के लिए इस साल का विषवस्तु सकारात्मक परिवर्तन का वर्ष कार्यक्रम भी शुभारंभ किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केवल एक संगठन ही नहीं, बल्कि महिलाओं द्वारा चलाये जा रहे एक सामाजिक व आध्यात्मिक आंदोलन है। मानवता के लिए दोनों भौतिक व आध्यात्मिक विकास जरूरी है।

उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी परिवर्तन के वाहक है और उस परिवर्तन की अनदेखी नहीं की जा सकती, क्योंकि यह विकास के लिए जरुरी है। भौतिक परिवर्तन हमें खुशी दे सकती है, लेकिन आध्यात्मिक मार्ग पर चलने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। ध्यान व अनुशासित जीवनशैली के जरिये प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय आध्यात्मिक मार्ग दिखाने के कारण उन्होंने खुशी व्यक्त की।

राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न समयों में नकारात्मक विचार हमारी मानसिकता को प्रभावित करते हैं। हम आत्मसमीक्षा न करने के कारण नकारात्मक विचारों के शिकार हो जाते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे अंदर घृणा व इर्ष्या की भावना बढ़ती जा रही है।

उन्होंने कहा कि हमारे सामने वर्तमान सबसे बड़ी चुनौती है नकारात्मक विचारों का मुकाबला करना तथा सकारात्मकता की ओर अग्रसर होना। मानवता को जागरुक करने तथा सकारात्मकता की ओर अग्रसर होने के लिए लोगों की सहायता करने हेतु उन्होंने ब्रह्माकुमारी संगठन के प्रयासों की सराहना की।

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