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विधानसभा के बदले लोकसेवा भवन में आयोजित हुई बैठक
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विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक स्थगित
भुवनेश्वर. कोरोना के कारण लाकडाउन के बीच ओडिशा विधानसभा की बैठक सोमवार को हुई. इस बैठक में राज्य सरकार द्वारा 2020-21 वित्तीय वर्ष के लिए एप्रोप्रिएशन बिल पारित किया गया. पारित किये जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. कोरोना के भय के कारण पहली बार विधानसभा की बैठक विधानसभा में होने के बजाय लोकसेवा भवन में कान्वेंशन हाल में हुई.
इस बैठक में दो–दो मीटर के अंतर में विधायकों के बैठने का प्रबंध किया गया था. सोशल डिस्टैंस का पूरा ध्यान रखा गया था. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, सुबह साढ़े दस बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. राज्य के वित्त मंत्री निरंजन पुजारी ने 2020-21 वित्तीय वर्ष के लिए कुल एक लाख 55 हजार 963 करोड़ 26 लाख 81 हजार रुपये का एप्रोप्रिएशन बिल पेश किया.
इस पर चर्चा के बाद इसे पारित कर दिया गया. इसके अलावा समय के अभाव में 42 विभागों के अनुदान पर चर्चा न हो पाने के कारण उन्हें गिलोटिन के जरिये पारित कर दिया गया. इस बैठक में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अनुपस्थित थे. प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक व कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र इसमें उपस्थित थे.
दोनों ने चर्चा में भाग लिया. इसके बाद 11.46 बजे सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. उल्लेखनीय है कि गत 27 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि शुक्रवार रात को इस बात की जानकारी मिली कि तीसरा कोरोना पीड़ित व्यक्ति का संपर्क विधानसभा के एक कर्मचारी के साथ था.
इसे ध्यान में रखकर उन्होंने विधानसभा के कर्मचारियों को होम क्वारेंटाइन में रखने का निर्देश दिया था. इसी तरह विधानसभा भवन को संक्रमण मुक्त न होने के कारण विधानसभा की बैठक लोकसेवा भवन के कांवेंशन हाल में कराये जाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि राजनीतिक दलों के नेताओं के उनकी पार्टी के 30 प्रतिशत विधायक लाने के लिए कहा गया है.
कोरोना के लिए सर्वदलीय बैठक बुलायी जाए – नरसिंह मिश्र
भुवनेश्वर. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है. मिश्र ने सोमवार को यहां कहा कि सरकार को चाहिए कि वह विपक्ष को विश्वास में लेकर काम करना चाहिए. इससे कोरोना का सही रुप से मुकाबला किया जा सकेगा. ऐसा करने पर सरकार जो करना चाहती है उसे तृणमूल स्तर पर पहुंचाया जा सकेगा.