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150 से अधिक तकनीशियनों ने अपने प्रयास किए समर्पित
भुवनेश्वर। चंद्रयान-3 को लेकर देशभर में बने उत्साह के बीच खबर है कि चंद्र मिशन के लिए कई जरूरी पुर्जों का निर्माण भुवनेश्वर के सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर (सीटीटीसी) में किया गया है। इस विनिर्माण प्रक्रिया की लागत लगभग 12 करोड़ रुपये थी। इसमें वाल्व, आंतरिक नेविगेशन सिस्टम, तापमान सेंसर, एयरोस्पेस पुर्जा, जाइरोस्कोप, आरजीपीडी पुर्जा और कई अन्य महत्वपूर्ण भागों का उत्पादन शामिल था।
दो वर्षों के दौरान सीटीटीसी प्रशिक्षण केंद्र के 150 से अधिक तकनीशियनों ने चंद्रयान-3 के लिए इन महत्वपूर्ण पुर्जों को बनाने के लिए अपने प्रयास समर्पित किए हैं। इस सुविधा ने उन्नत एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी के निर्माण में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हुए परियोजना की आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इसरो को 17,000 से अधिक पुर्जों की आपूर्ति
सीटीटीसी के महाप्रबंधक एल राजशेखर ने उपलब्धियों के बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि सीटीटीसी ने चंद्रयान -3 के लिए कई महत्वपूर्ण पुर्जों का निर्माण किया है। आज तक हमने इसरो को 17,000 से अधिक पुर्जों की आपूर्ति की है। हम चंद्रयान-3 की सफलता का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और कल सीटीटीसी भुवनेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होगा। उल्लेखनीय कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ सीटीटीसी का सहयोग चंद्रयान-3 परियोजना से आगे तक फैला हुआ है। 23 वर्षों से अधिक समय से सीटीटीसी इसरो के साथ घनिष्ठ समन्वय में काम कर रहा है।
मिशन गगनयान में भी सहयोग
इसके अलावा, रिपोर्टों से पता चलता है कि सीटीटीसी भुवनेश्वर देश के महत्वाकांक्षी मानवयुक्त मिशन गगनयान के लिए महत्वपूर्ण पुर्जों के निर्माण में भी सक्रिय रूप से लगा हुआ है, जिसे 2023 के अंत तक या 2024 में लॉन्च किया जाना है।
Posted by: Desk, Indo Asian Times