इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
देश के नवांकुर कवियों की काव्यात्मक अभिव्यक्ति को निखारने और उन्हें बड़े स्तर पर मंच प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार से मान्यता प्राप्त हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा मेरठ के आईआईएमटी के सभागार में ओज के शिखर – पुरुष अंतर्राष्ट्रीय कवि आदरणीय हरिओम पंवार के कर-कमलों द्वारा ओड़िशा, भुवनेश्वर के कवि विक्रमादित्य सिंह को मयराष्ट्र नवरत्न चेतना सम्मान से सम्मानित किया गया। कवि विक्रमादित्य सिंह को मिले इस सम्मान से ओड़िशा के हिंदी साहित्य और काव्य जगत के लिए गर्व का विषय है। कवि विक्रमादित्य सिंह को सम्मान मिलने की खबर मिलने के बाद उनके चहेतों ने बधाई दी। गौरतलब है कि इस सम्मान समारोह से पहले तीन सत्र में कवि सम्मेलन का दौर चला, जिसका संचालन देश की बहुत लोकप्रिय कवयित्री डॉ अनामिका जैन अंबर ने किया। काव्य साधक, मागदर्शन, संरक्षक हरिओम पंवार ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि मैं पिछले 50 वर्षों से कवि मंच पर हूं, लेकिन नवोदित कवियों के लिए, नव कोंपलों के लिए इतना भव्य और शानदार मंच हिंदी साहित्य अकादमी के द्वारा दिया गया, जिसमें सम्पूर्ण भारत से 21 कवियों को उनकी प्रतिभा के बल पर चुनाव किया गया। इस पावन उद्देश्य और अदभुत कार्य के लिए उन्होंने हिंदी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ जैन सुमन को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित किया। वहीं उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर ने मेरठ की क्रांति धरा पर इस ऐतिहासिक कार्य के लिए पूरी हिंदी साहित्य अकादमी के टीम को बधाई दी तथा साथ ही सभी कवियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। आईआईएमटी मेरठ विश्वविद्यालय के एमडी मयंक अग्रवाल ने कहा कि नवोदित कवियों के लिए साहित्यिक जगत में इस तरह का प्रथम प्रयास है, जहां देश के विभिन्न राज्यों से कवियों को चुन कर एक मंच प्रदान किया गया हो। हिंदी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ जैन सुमन ने कहा कि माता शारदे के कलम पुत्रों को प्रशस्ति पत्र के साथ साथ पुस्तक, श्रीफल, अंगवस्त्र आदि से सम्मानित करने का यह अनुठा पहल है और हम आगे भी इस तरह के प्रयास करते रहेंगे।